नई दिल्ली. देशभर में अभी तक कोरोना वायरस (Coronavirus) के 38 करोड़ से भी ज्यादा सैंपल का टेस्ट हो चुका है, लेकिन इनमें से केवल 28 हजार की जीनोम सीक्वेंसिंग (Genome Sequencing) अब तक हो पाई है. इस स्टडी में सामने आया है कि कोरोना वायरस के 120 से ज्यादा म्यूटेशन (Mutation) अब तक भारत में
नई दिल्ली. भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान को तेज करने के लिए विदेशी कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) को भी देश में लाने की प्रक्रिया चल रही है. इस बीच स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सीन (Covaxin) को लेकर अच्छी खबर आई है और जल्द ही इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से मान्यता मिल सकती
नई दिल्ली. कोरोना के नए डेल्टा वेरिएंट मिलने के बाद दुनिया के कई देश चिंतित हैं. लॉकडाउन खोलने की ओर बढ़ रहे इन देशों में फिर से पाबंदियां लागू कर दी गई है. हालांकि अब तो कोरोना के खतरनाक डेल्टा वेरिएंट का भी म्यूटेशन हो चुका है और अब ये डेल्टा प्लस या एवाई.1 में
नई दिल्ली. कोरोना को लेकर रोज नई स्टडी और खुलासे सामने आ रहे हैं. अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंगलवार को नए वैरिएंट पर एक राहत की खबर दी है. WHO ने कहा कि भारत में सबसे पहले मिले कोरोना वैरिएंट का सिर्फ एक स्ट्रेन ही चिंता पैदा करने वाला है जबकि बाकी दो
नई दिल्ली. भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर (Covid-19 2nd Wave) का प्रकोप जारी है और इस बीच तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है, जो बच्चों पर ज्यादा असर डाल सकती है. हालांकि बच्चों को कोविड-19 से बचाने के लिए नाक के टीके (Nasal Vaccine) की दूसरे और तीसरे ट्रायल की टेस्टिंग इस
लखनऊ. कोरोना (Coronavirus) के खिलाफ जंग में पूरा देश जुटा है. दूसरी लहर (Second Wave) ने हर राज्य को असहाय बना दिया. राज्य इस आपदा से निपटने में जुटे रहे और अब भी जुटे हैं. लेकिन एक राज्य ऐसा भी है जिसने न सिर्फ हालात का मुकाबला किया बल्कि दूसरों के लिए नजीर भी बना. जी
नई दिल्ली. देश और दुनिया में कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप के बीच रेमडेसिविर (Remedesivir) को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. देश में काफी समय तक रेमडेसिविर को कोरोना का कारगर इलाज माना गया. भारत में कोविड-19 (Covid-19) मरीजों के इलाज में तो इस रेमडेसिविर का जमकर इस्तेमाल हुआ. कहा गया कि इसकी वजह
जिनेवा. कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक बार फिर दुनिया को चेताया है. WHO का कहना है कि महामारी का दूसरा साल अभी और जानलेवा साबित होगा. साथ ही उसने अमीर देशों से अपील की है कि बच्चों को वैक्सीन (Corona Vaccine) लगाने के बजाये पहले गरीब देशों को टीका उपलब्ध
लंदन.भारत (India) ने जहां कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की दोनों डोज के गैप को बढ़ाने का फैसला लिया है. वहीं, ब्रिटेन (Britain) ने इस अंतर को कम कर दिया है. यहां गौर करने वाली बात यह है भारत ने ब्रिटेन और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की सलाह पर ही ऐसा किया था. ब्रिटेन के स्वास्थ्य
नई दिल्ली. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेब्रेयियस (Tedros Adhanom) ने शुक्रवार को कहा कि भारत में कोरोना (Covid-19) के हालात बेहद चिंताजनक हैं. वैश्विक संगठन के प्रमुख के मुताबिक, ‘कई राज्यों में संक्रमण की रफ्तार बेकाबू है और रिकार्ड केस सामने आ रहे हैं. अस्पतालों में लोग भर्ती हो रहे हैं. संक्रमण
जिनेवा. भारत (India) में कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर कहर बरपा रही है. पहली लहर के समय जहां केंद्र और राज्य सरकारों ने संक्रमण को काफी हद तक नियंत्रित कर लिया था. वहीं, इस बार सभी प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं. हालांकि, महामारी की रफ्तार थोड़ी धीमी जरूर हुई है, लेकिन खतरा अभी भी
नई दिल्ली. देश में कोरोना वायरस के कारण बेहद गंभीर स्थिति बनी हुई है. देश के इन हालातों पर पूरी दुनिया चिंतित है क्योंकि इससे सभी को खतरा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी देश में कोरोना की दूसरी लहर में हो रही मौतों पर चिंता जताई है. डब्ल्यूएचओ की चीफ साइंटिस्ट डॉ.सौम्या स्वामीनाथन ने
नई दिल्ली. खाने और पीने की चीजों में नमक (Salt) का ज्यादा इस्तेमाल हृदय रोग और स्ट्रोक का कारण बन रहा है. इसकी वजह से लोगों में हृदय रोग और स्ट्रोक के मामले ज्यादा आ रहे हैं. विश्व स्वास्थ संगठन (World Health Organization) ने बुधवार को खाने में सोडियम (Sodium) सामग्री को सीमित करने के
जिनेवा. कोरोना वायरस (Coronavirus) का संक्रमण भारत समेत दुनियाभर के कई देशों में तेजी से बढ़ रहा है. भारत में पिछले तीन दिनों से लगातार रोजाना 1.5 लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं. इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख टेड्रोस एडहोम घेबियस ने दुनियाभर में कोरोना वायरस मामलों में एक बार फिर
जिनेवा. कोरोना से जंग में जिस तरह से भारत (India) पूरी दुनिया का सहारा बना है, उससे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) बेहद खुश हैं. WHO महानिदेशक टेड्रोस एडहोम घेब्येयियस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने इसके लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की तारीफ की है. उन्होंने विश्व के कई अन्य देशों तक कोरोना वैक्सीन
जिनेवा. कोरोना काल में हमें बहुत कुछ नया देखने, सुनने को मिला है. इस ‘नए’ में अब एक और नाम जुड़ने जा रहा है और वो है वैक्सीन पासपोर्ट का. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) जैसे संगठन Vaccine Passport बनाने पर काम कर रहे हैं. दरअसल, कोरोना महामारी की वजह से
जिनेवा. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने फाइजर (Pfizer) और बायोएनटेक (BioNTech) की कोरोना वायरस वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है. इसी के साथ दुनियाभर में फाइजर की वैक्सीन के इस्तेमाल का रास्ता खुल गया है. WHO ने मंजूरी देते हुए कहा कि वह अपने क्षेत्रीय कार्यालयों के जरिए संबंधित देशों से इस
जिनेवा. कोरोना संकट से अगले कुछ महीनों तक राहत मिलने की उम्मीद नहीं है, भले ही वैक्सीन बाजार में क्यों न आ जाए. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का मानना है कि वैक्सीन इतनी मात्रा में उपलब्ध नहीं होगी कि सभी को टीके लगाए जा सकें, इसलिए कोरोना का खतरा वैक्सीन बनने के बाद भी बरकरार
जिनेवा.कोरोना संक्रमण की रफ्तार में अचानक से तेजी देखी जा रही है. खासकर यूरोप (Europe) में स्थिति फिर से खराब हो गई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के क्षेत्रीय निदेशक हैन्स क्लूज (Hans Kluge) ने कहा है कि यूरोप में हर 17 सेकंड में एक व्यक्ति की कोरोना से मौत हो रही है. इतनी है
लंदन. कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है और दुनियाभर के लोगों को वैक्सीन का इंतजार है. इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के एक पैनल ने कहा है कि गिलियड की दवा रेमेडिसविर (Remdesivir) अस्पताल में भर्ती कोविड-19 के मरीजों के लिए नहीं है, चाहे वे कितने भी बीमार क्यों ना हों. रेमेडिसविर का