आज इस खास तरीके से कर लें स्‍नान, पाप भी खत्‍म होंगे और नरक जाने के डर से भी मिलेगी मुक्ति

5 दिन के दीप पर्व में दूसरा दिन नरक चौदस (Narak Chaudas) का होता है. इसे रूप चौदस (Roop Chaudas) भी कहते हैं. मान्‍यता है कि इस दिन सुबह जल्‍दी उबटन लगाकर नहाने से रूप निखरता है और पूरे साल सौंदर्य बरकरार रहता है. इसके अलावा आज के दिन के स्‍नान को नरक से मुक्ति पाने से भी जोड़ा गया है. यदि व्‍यक्ति नरक चौदस के दिन एक खास तरीके से स्‍नान (Bath) करे तो उसके सारे पाप (Sins) नष्‍ट होते हैं और उसे नरक (Hell) में जाने के डर से भी मुक्ति मिलती है.

नरक चौदस के दिन ऐसे करें स्‍नान 

नरक चतुर्दशी (Narak Chaturdashi 2021) के दिन धर्म और ज्‍योतिष में बताए गए तरीके से स्‍नान करना चाहिए. इसके लिए हल्‍दी-चंदन, बेसर, केसर और दूध को मिलाकर उबटन बनाए और इससे स्‍नान करें. ऐसा करने से रूप निखरता है और जिंदगी में सकारात्‍मकता भी आती है.

इसके अलावा नहाते समय तिल के तेल से शरीर की मालिश भी करें और उसके बाद एक औधषीय पौधे अपामार्ग (चिरचिरा) को सिर के ऊपर से 3 बार घुमा लें और फिर पत्तियों को पानी में डालकर नहा लें. साथ ही दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके यमराज से पापों को क्षमा करने की प्रार्थना करें. ऐसा करने से पाप नष्‍ट होते हैं और नरक में जाने का भय भी खत्‍म होता है. आज के दिन स्‍नान के बाद इत्र या परफ्यूम आदि खुशबू भी जरूर लगाएं. अच्‍छे से तैयार हों. संभव हो तो आज पीले रंग के कपड़े पहनें.

शाम को जलाएं दीये 

नरक चतुर्दशी के दिन शाम को 14 दीये जरूर जलाएं. ऐसा करने से जिंदगी से दुख-परेशानियों का अंधकार खत्‍म होता है और दीयों की रोशनी जिंदगी में सुख-सकारात्‍मकता का संचार करती है. इस दिन तिल के तेल के दीये जलाना शुभ होता है. लेकिन घर में दीये जलाने के अलावा पीपल के पेड़ के नीचे और नजदीकी मंदिर में दीये जलाना न भूलें.

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