कोरोना की चौथी लहर से बचने के लिए करें ये उपाय

भारत समेत दुनियाभर में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है और इस बीच ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट BA.4 और BA.5 के मामले सामने आए हैं. भारत में ओमिक्रॉन के सब वेरिएंट BA.4 और BA.5 ने दस्तक दे दी है, हालांकि राहत की बात है कि अभी तक इसके मामले सिर्फ महाराष्ट्र में सामने आए हैं. लेकिन, एक्सपर्ट्स ने आशंका जताई है कि अगर संक्रमण रोकने के लिए जरूरी कदम नहीं उठाए गए तो अन्य राज्यों में भी इसके केस आ सकते हैं.

कितने खतरनाक हैं ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट BA.4 और BA.5?

कोरोना वायरस के सब-वेरिएंट BA.4 और BA.5 ने कुछ देशों में चिंता बढ़ा दी है, लेकिन भारत में इसका खतरा कम है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये ओमिक्रॉन के सब वेरिएंट हैं इसलिए इनका असर भारत में कम देखने को मिलेगा, क्योंकि देश के लोगों में पहले से ही ओमिक्रॉन के खिलाफ इम्युनिटी मजबूत है. हालांकि, इन वेरिएंट्स के प्रति सतर्क रहने की जरूरत है और इसको लेकर सर्विलांस बढ़ा दिया गया है.

लोगों में BA.4 और BA.5 के अलग-अलग लक्षण

एक्सपर्ट्स का कहना है कि संक्रमित मरीजों के लक्षण पर नजर रखना बेहद जरूरी है, क्योंकि अलग-अलग लोगों में BA.4 और BA.5 के लक्षण अलग-अलग दिखे हैं. ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट BA.4 और BA.5 से संक्रमित होने पर बुखार आना, सिर दर्द, उल्टी और पेट दर्द, गले में खराश, खांशी जैसे आम लक्षण नजर आ सकते हैं.

BA.4 और BA.5 को लेकर WHO ने क्या कहा?

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट BA.4 और BA.5 को हल्का माना है और इसे ‘वेरिएंट ऑफ कंसर्न’ नहीं माना है. डब्ल्यूएचओ का कहना है कि इन दोनों सब-वेरिएं के लक्षण ज्यादा गंभीर नहीं हैं और यह पिछले वेरिएंट की तरह ज्यादा संक्रामक भी नहीं हैं. हालांकि इसके साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सलाह दी है कि अलग-अलग देशों में इसके मरीजों पर निगरानी रखने की जरूरत है.

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