नहर निर्माण के लिए भू-अर्जन हेतु समाघात दल ने की अनुशंसा
बिलासपुर. जिले के बेलगहना तहसील के आमामुडा गांव में नहर निर्माण के लिए भूमि का अर्जन किया जाना है। सामाजिक समाघात दल ने ग्राम आमामुडा में भू-अर्जन से पड़ने वाले प्रभाव का आंकलन किया।
मूल्यांकन में पाया गया कि आमामुडा गांव में नहर निर्माण से किसानों को कृषि कार्यो में अधिक लाभ एवं उनके आय में वृद्धि होगी। ग्राम में निस्तारी हेतु तालाबों को भरने के सुविधा प्राप्त हो सकेगी जिससे ग्राम केे सतही जल का स्तर बना रहेगा। योजना से आदिवासी बहुल के साथ-साथ सभी वर्ग के लोग लाभान्वित होंगे। भू-अर्जन से निजी भूमि का 1.15 एकड़ भूमि प्रभावित हो रही है जिसका समाघात दल ने किसानों से भी सहमति लिया और पाया कि अर्जित भूमि से कोई मकान आदि प्रभावित नहीं हो रहा है और न ही किसी भी परिवार के विस्थापन की संभावना है। सामाजिक समाघात दल द्वारा यह पाया गया है कि अधोसंरचना पर कोई बाधा नहीं है तथा अधोसंरचना का कार्य प्रभावित नहीं हुआ है। समाघात दल इस बात से संतुष्ट है कि जल संसाधन विभाग को जितनी भूमि की आवश्यकता है उतनी ही भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है एवं बसाहट से न्यूनतम दूरी का ध्यान रखा गया है। समाघात दल ने तहसील बेलगहना के अंतर्गत जल संसाधन संभाग कोटा के नहर निर्माण हेतु ग्राम आमामुडा में रकबा 1.15 एकड़ भूमि का अर्जन लोकहित में किए जाने की अनुशंसा की है। नहर निर्माण होने से ग्राम आमामुडा के 1600 हेक्ट. कृषि भूमि को सिंचाई सुविधा का लाभ मिलेगा।