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करोडो के एडवांस घोटाले को लेकर निगम में मचा बवाल, अपर आयुक्त ने पावती टिका आवेदक से छीन ली सूचना के अधिकार के तहत की गई जानकारी
बिलासपुर/अनिश गंधर्व. भ्रष्टाचार की चरम-सीमा पार कर चुके बिलासपुर नगर निगम में इन दिनों जमकर बवाल मचा हुआ हैं। आलम यह है कि उपायुक्त का तबादला कराने के लिए बड़ी लॉबिंग की जा रही है। मामला फर्जी एडंवास लेकर बंदरबांट करने का है। अगर इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी तो ठेकेदार के साथ साथ निगम के भ्रष्ट अधिकारी भी चपेट में आ जाएंगे। अपनी लुटिया डूबते देख अपर आयुक्त ने सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त की जानकारी को आवेदक से छीनकर उपायुक्त को रास्ते से हटाने के लिए कसरत शुरु कर दी है।
नगरीय प्रशासन मंत्री के गृह नगर के नगर निगम के करोड़ो के एडवांस घोटाले ने इससे जुडे ठेकेदार उनके आकाओं और यहां तक हिस्सेदार अफसरों को भी सांसत में डाल दिया। तभी तो सूचना के अधिकार के तहत जानकारी आवेदक को पावती टिका अपर आयुक्त ने उसे दी गई सूचना अधिकार की जानकारी तक छीन ली। इधर उपायुक्त आरके पात्रे ने फिर 4 ठेकेदारों को नोटिस जारी कर ठेकेदार और हिस्सेदारों की चिंता बढ़ा दी है। ठेकेदार और उनके आका इस करोड़ो के घोटाले से उबरने अब अपने राजनीतिक आकाओं के पास उपायुक्त का ट्रांसफर कराने गठरी लेकर राजधानी तक दौड़ लगा रहे। उन्हें डर है कि फर्जी एडवांस कांड के बाद यदि फर्जी 450 श्रमिको के सालों से चल रहे फर्जी भुगतान का मामला सामने आया तो फिर उन्हें सलाखों के पीछे जाने से कोई नही बचा सकता।