रूह कंपाने वाली हैं अंतिम संस्कार की ये अजीब परंपराएं, शव के किए जाते हैं कई टुकड़े!

नई दिल्‍ली. हर धर्म में व्‍यक्ति की मृत्‍यु के बाद अंतिम संस्‍कार करने की अपनी परंपराएं हैं. जैसै हिंदू धर्म मौत के बाद शव को जलाने की परंपरा है, वहीं ईसाई और मुस्लिम धर्म में शवों को दफना दिया जाता है. इसी तरह अलग-अलग देशों में शवों का अंतिम संस्‍कार करने की अलग- अलग परंपराएं हैं लेकिन इनमें से कुछ तो बहुत ही अजीब हैं. अंतिम संस्‍कार करने के कुछ तरीके तो ऐसे हैं कि जिन्‍हें जानकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे.

नहीं बहा सकते आंसू 

किसी अपने के बिछड़ने के गम में आंसू आना एकदम सामान्‍य बात है. बल्कि कई बार तो लोगों को इस गम से उबरने में लंबा समय लग जाता है. लेकिन इंडोनेशिया के बाली में मृतक को जीवित की तरह माना जाता है. माना जाता है कि वह अभी सो रहा है. इसके चलते यहां किसी की मौत पर आंसू बहाने की भी मनाही होती है. लोग अपनों के मरने पर रोते नहीं है.

ऊंची चट्टानों पर लटका देते हैं शव 

चीन और फिलीपींस में मान्‍यता है कि यदि शव को ऊंचाई पर लटका दिया जाए तो उसकी आत्‍मा सीधे स्‍वर्ग जाती है. इसलिए यहां कई जगहों पर व्‍यक्ति की मौत के बाद उसके शव को ताबूत में रखकर ऊंची चट्टानों पर लटका दिया जाता है.

घर में ही करते हैं दफन

वहीं दक्षिणी मैक्सिको के मायन में अधिकांशत: शव को घर में ही दफना दिया जाता है, ताकि परिजन मरने के बाद भी अपने ही घर में अपनों के पास रहे. हालांकि इसके पीछे एक वजह गरीबी का भी होना है क्‍योंकि यहां कई लोगों के पास इतने पैसे नहीं होते हैं कि वे बाहर जाकर मृतक का अंतिम संस्‍कार कर सकें.

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!