मुहांसो और ब्लैहेड्स का काल हैं ये घरेलू फेस पैक, शहनाज हुसैन ने बताई बनाने की विधि
मुहांसे, मुहांसों के निशान और ब्लैकहेड्स जैसी किसी भी समस्या से परेशान हैं तो शहनाज हुसैन ने आपके लिए कुछ खास घरेलू फेस पैक सुझाए हैं, जो इन सभी समस्याओं से आपको आसानी से मुक्ति दिलाएंगे।
मुहांसे और ब्लैकहेड्स त्वचा से जुड़ी ऐसी समस्याएं है जो किसी भी उम्र के लोगों को परेशान कर सकती हैं। खासतौर पर महिलाओं में ये समस्याएं अधिक देखने को मिलती हैं। हालांकि पिंपल और ब्लैकहेड्स हर तरह की त्वचा पर निकल आते हैं। लेकिन तैलीय त्वचा पर इनका प्रकोप कुछ अधिक होता है। यहां जानें, शहनाज हुसैन ने इन समस्याओं से निजात पाने के लिए किस विधि से और कौन से फेस पैक लगाने की सलाह दी है।
- मुलतानी मिट्टी
- चंदन पाउडर
- नीम की पत्तियों का पाउडर
- गुलाबजल
इन सभी मिक्स करके तैयार फेस पैक को चेहरे पर लगाकर सूखने के लिए छोड़ दें। आप इस फेस पैक को सप्ताह में 3 से 4 बार उपयोग करें। पिंपल्स जल्द ठीक हो जाएंगे।
मुहांसे के निशान मिटाने के लिए
- मुलतानी मिट्टी
- एक चम्मच नींबू का रस
- गुलाबजल
तीनों चीजों को मिलाकर फेस पैक तैयार करें और सूखने तक चेहरे पर लगाएं। यदि आपकी त्वचा बहुत अधिक संवेदनशील है या नींबू का रस आपकी त्वचा को रास नहीं आता है तो आप नींबू के रस की जगह ऐलोवेरा जेल का उपयोग कर सकती हैं।
तैलीय त्वचा के लिए
- मुहांसे और ब्लैकहेड्स या वाइटहेड्स की समस्या आमतौर पर तैलीय त्वचा पर अधिक होती है। यदि आपकी त्वचा पर फिलहाल इस तरह की कोई समस्या नहीं है तब भी आप अपनी स्किन को सही देखभाल दें। ताकि भविष्य में इस तरह की समस्याओं का सामना ना करना पड़े और स्किन जवां बनी रहे।
- आप सिर्फ मुलतानी मिट्टी और गुलाबजल का फेस पैक उपयोग करें। इस मिक्स को सूखने तक चेहरे पर लगाएं। फिर त्वचा को धोकर साफ कर लें। सप्ताह में 3 से 4 बार इसका उपयोग जरूर करें।
सामान्य त्वचा के लिए
- 1 चम्मच कैओलिन क्ले
- 2 चम्मच ऐलोवेरा जेल
- 2 बूंद टी-ट्री ऑइल
इन तीनों को मिलाकर फेस पैक तैयार करें और सूखने तक चेहरे पर लगाएं। कैओलिन क्ले आपको किसी भी कॉस्मेटिक शॉप पर आराम से मिल जाएगी। यह एक विशेष प्रकार की मिट्टी होती है, जो सामान्य से सेमी ड्राई स्किन के लिए बहुत अच्छी होती है।
यदि आपकी त्वचा पर मुहांसे नहीं हैं तो आप बिना टी-ट्री ऑइल का उपयोग करे, इन दोनों चीजों से फेस पैक बनाकर चेहरे पर लगाएं और सप्ताह में 3 से 4 बार उपयोग करें।