tomato juice health benefits : चंद दिनों में टमाटर के जूस से होगा Weight loss और बढ़ेगी इम्यूनिटी, वैज्ञानिकों ने किया दावा

आमतौर पर टमाटर का प्रयोग सब्जी और चटनी बनाने में किया जाता है। लेकिन वैज्ञानिकों ने इसके जूस पीने के अधिक फायदे बताए हैं। डेली जूस पीने से कई बीमारियों के जोखिम को कम किया जा सकता है।

Tomato juice health benefits: यूं तो हम कई तरह फलों के जूस पीते हैं लेकिन टमाटर के रस के लाभों के बारे में शायद बहुत लोगों को जानकारी होगी। सब्जी और चटनी के तौर पर इस्तेमाल होने वाले टमाटर रस के रूप में भी बहुत पौष्टिक हैं। टमाटर का रस स्वादिष्ट होने के साथ-साथ पेट भरने वाला भी होता है।

यह डाइटिंग करने वालों के लिए शानदार फूड है। शोध के अनुसार, टमाटर के रस में कई बायोएक्टिव यौगिक पाए जाते हैं जैसे GABA एक प्राकृतिक अमीनो एसिड है जो मस्तिष्क के न्यूरोट्रांसमीटर के रूप में काम करता है। इसके अतिरिक्त लाइकोपीन, एस्क्यूलोसाइड ए और 13-ऑक्सो-9,11-ऑक्टाडेकेडिएनोइक एसिड जैसे कंपाउंड्स पाए जाते हैं। आज हम आपको टमाटर से होने वाले फायदों की एक लंबी लिस्ट बता रहे हैं।

​टमाटर के जूस पर क्या कहता है शोध?

टमाटर में पाया जाने वाले लाइकोपीन यौगिक इसे नेचुरल लाल रंग देता है और एस्क्यूलोसाइड ए से हमारे शरीर को कई लाभ मिलते हैं जबकि स्पिरोसोलन स्टेरायडल ग्लाइकोसाइड और 13-ऑक्सो-ओडीए मेटाबोलाइट के रूप में काम करता है।वैज्ञानिकों द्वारा किए गए शोध के जरिए पता चला है कि ताजे टमाटर की तुलना में टमाटर के रस से अधिक स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। क्योंकि डिब्बाबंद की प्रक्रिया से लाइकोपीन का स्तर बढ़ जाता है और 13-ऑक्सो-ओडीए केवल ताजे टमाटर के रस में ही पाया जाता है न कि इसके फल में। टमाटर का रस पीने के कई स्वस्थ्य लाभ मिलते हैं।

​कोलेस्ट्रॉल को करता है कंट्रोल

जैसा कि ऊपर बताया गया है, टमाटर के रस में 13-ऑक्सो-ओडीए पाया जाता है जो एक शक्तिशाली पीपीएआर अल्फा एगोनिस्ट (Alpha-adrenergic agonist) है। इसका मतलब है कि ये यौगिक शरीर में हाई कोलेस्ट्रॉल के लेवल (डिस्लिपिडेमिया) को कम करने में मदद करता है।कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से एथेरोस्क्लेरोसिस, स्ट्रोक के अलावा और भी कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं। टमाटर के रस का सेवन से लिपिड मेटाबॉलिज्म और सूजन नियंत्रित रहती है।

​डायबिटीज कंट्रोल करने में सहायकयह बात शोध में भी साबित हो चुकी है कि मोटापा मधुमेह का एक रिस्की फैक्टर है। एक शक्तिशाली PPAR अल्फा एगोनिस्ट के रूप में टमाटर का रस न केवल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है, बल्कि उच्च ग्लूकोज लेवल को भी नियंत्रित करता है।

इस तरह से टमाटर का रस डायबिटीज के रोगियों में इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार करने में मदद कर सकता है। PPAR डायबिटीज के कारण होने वाली सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। वहीं एडिपोनेक्टिन और एडिपोआर हार्मोन के प्रोडक्शन को बढ़ाते हैं, जिसका कम स्तर होने पर मोटापा मधुमेह को ट्रिगर करता है।

इम्यून सिस्टम को करता है बूस्ट

टमाटर के रस में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता है। टमाटर के रस में लाइकोपीन और बीटा-कैरोटीन जैसे मजबूत कैरोटीनॉयड की उपस्थिति इसके इम्यूनोमॉड्यूलेटिंग इफेक्ट के लिए सबसे अच्छी तरह से जानी जाती है। टमाटर के रस में मौजूद कैरोटेनॉयड्स हानिकारक मुक्त रेडिकल्स को हटाता है। इसके सेवन से शरीर में कैरोटीनॉयड बढ़ता है जो इम्यूनिटी को बूस्ट करता है और ऑटोइम्यून विकारों को रोकने में मदद कर सकता है।
​कैंसर से बचाव

टमारस के रस का लाइकोपीन यौगिक में कैंसर निवारक गुण पाए जाते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, अमेरिका में 80 प्रतिशत से अधिक लोगों की डाइट में लाइकोपीन टमाटर के रस और अन्य टमाटर उत्पादों से आता है। इन टोमेटो प्रोडक्ट्स की खपत विभिन्न प्रकार के कैंसर जैसे फेफड़े, पेट, स्तन और प्रोस्टेट की कम घटनाओं से जुड़ी है। लाइकोपीन, एक मजबूत एंटीऑक्सिडेंट होने के कारण शरीर में मुक्त कणों को खत्म करने में मदद कर सकता है और इस तरह से ये कैंसर के खतरे को रोक सकता है।
​दिल की बीमारियों के खतरे को करे कम

टमाटर के रस का सेवन हृदय रोगों के जोखिम को कम करता है। इसमें जरूरी विटामिन सी और फेनोलिक एसिड होते हैं। वहीं टमाटर के रस में 50.4 मिलीग्राम से कोलेस्ट्रॉल और ग्लूकोज के स्तर को कम करने में मदद मिलती है जो दिल की बीमारियों का कारण बनते हैं।
​एंटी-एजिंग एजेंट के रूप में करता है कार्य

टमाटर के जूस में कैरोटेनॉयड्स होते हैं जो एक प्राकृतिक एंटी-एजिंग यौगिक हैं। डेली की डाइट में टमाटर के रस को शामिल करने से मुक्त कणों से कोशिकाओं को होने वाले नुकसान को रोकने में मदद मिल सकती है।डेली इसके सेवन से हमारी स्किन चमकती है और हम लंबे समय तक जवान दिखते हैं। टमाटर का जूस त्वचा की कई समस्याओं जैसे मुंहासे, फुंसी और शुष्क त्वचा का इलाज करने में भी मदद करता है।

​तनाव और चिंता को करे दूर

टमाटर के रस में लाइकोपीन अधिक मात्रा में होता है। इन दोनों यौगिकों को विशेष रूप से रजोनिवृत्त महिलाओं में अवसाद, चिंता और तनाव जैसे कई मनोवैज्ञानिक लक्षणों को कम करने के लिए जाना जाता है। एक अध्ययन के अनुसार, मस्तिष्क के न्यूरोट्रांसमीटर में असंतुलन कई मानसिक विकारों का कारण बन सकता है। चूंकि गाबा और लाइकोपीन तंत्रिका संचरण में मदद करते हैं।
​वजन घटाने में मददगारटमाटर का जूस पीने से वजन घटाने में भी मदद मिल सकती है। एक अध्ययन के अनुसार, टमाटर का जूस इन्फ्लेमेटरी साइटोकिन्स को कम करने में मदद कर सकता है, जिसकी उच्च सांद्रता मोटापे (obesity) या अधिक वजन, फैट मास, मसल्स और कमर की अतिरिक्त वेट से जुड़ी होती है। इसके अलावा, टोमेटो जूस में कम कैलोरी होती है जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है।

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