दो नई वैक्सीन COVOVAX और CORBEVAX अप्रूवल के इंतजार में, कुल मिलाकर संख्‍या होगी 8

नई दिल्ली. भारत में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron) के बढ़ते मामले और खतरे के बीच बड़े निर्णय लिए हैं. अब कोवोवैक्‍स (COVOVAX) और कोबरेवैक्‍स वैक्सीन (CORBEVAX)  सहित MOLNUPIRAVIR ड्रग को मंजूरी देने की एसईसी ने सिफारिश की है. सीडीएसओ (CDSCO) के वैज्ञानिकों के पैनल SEC (Subject Expert Committe) ने सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की COVOVAX और BIOLOGICAL E की CORBEVAX वैक्सीन को 18 साल से ऊपर के लोगों के लगाने के लिए सशर्त मंजूरी देने की सिफारिश DCGI को की है.

अब तक भारत में 6 वैक्सीन की मिल चुकी है मंजूरी

बता दें कि भारत में अभी तक तक छह कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी है. इसमें कोवैक्सीन(Covaxin) कोविडशील्ड (Covishield) जॉनसन एंड जॉनसन (Johnson & Johnson) मॉर्डना (Moderna) स्पूतनिक वी (Sputnik V) और जायडस वैक्सीन (Zycov-D) शामिल हैं. ऐसे में इन दोनों Covovax और Corbevax वैक्सीन को DCGI की मंजूरी मिलते ही भारत मे 8 वैक्सीन हो जाएंगी.

COVOVAX वैक्सीन को  WHO दे चुका मंजूरी

यही नहीं एसईसी (SEC) ने एन्टी कोविड ड्रग MOLNUPIRAVIR को भी भारत मे मंजूरी देने के लिए DCGI को सिफारिश भेजी है. 27 दिसंबर को CDSCO के वैज्ञानिक पैनल SEC की वर्चुअल बैठक हुई थी, जिसमे दोनों वैक्सीनों और एन्टी-कोविड ड्रग को भारत में मंजूरी देने के लिए DCGI को सिफारिश भेजने का फैसला लिया गया. सीरम इंस्टिट्यूट की COVOVAX वैक्सीन को इससे पहले 17 दिसंबर को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) भी मंजूरी दे चुका है.

सीरम इंस्टिट्यूट COVOVAX वैक्सीन बना रहा

अमेरिकी कंपनी Novavax की COVOVAX वैक्सीन जो अमेरिका और मेक्सिको में हुए तीसरे चरण ट्रायल में 90.4 प्रतिशत और ब्रिटेन में हुए तीसरे चरण के ट्रायल में 89.7 प्रतिशत प्रभावी पाई गई थी. उसे भारत में सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया बना रहा है. SEC ने COVOVAX के अलावा BIOLOGICAL E की वैक्सीन CORBEVAX को भी की सशर्त मंजूरी देने की सिफारिश DCGI को की है. Biological E की CORBEVAX वैक्सीन “recombinant protein sub-unit” है जो कि वायरस के Spike Protein से बनी है. इस टेक्नोलॉजी से बनी Corbevax कोविड की फिलहाल पहली वैक्सीन है जिसे मंजूरी मिली है. Covovax और Corbevax वैक्सीन के अलावा SEC ने Merk कंपनी की Molnupiravir एन्टी कोविड दवा को भी मंजूरी देने की सिफारिश DCGI से की है.

हल्के कोरोना संक्रमित मरीजों को दी जाती है Molnupiravir 

बता दें कि Molnupiravir एक एन्टी कोविड दवा है, जो हल्के और मध्यम लक्षणों वाले कोविड संक्रमित व्यक्ति को इलाज के दौरान दी जाती है जिससे वो गंभीर रूप से संक्रमित ना हो और अस्पताल जाने से बच सके. हाई रिस्क कोविड मरीजों पर हुए क्लीनिकल ट्रायल में यह दवा गंभीर बीमारियों और मौत को 30 प्रतिशत तक कम करती हैैं.

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