VIDEO – परमात्मा शिव ही हैं जो हमारी बुराइयों रूपी जहर को स्वीकार करते हैं : बीके राधे
बिलासपुर. प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय चांटीडीह द्वारा आयोजित महाशिवरात्रि के इस शुभ अवसर पर यहां पर 12 फीट का शिवलिंग और 12 ज्योतिर्लिंग और साथ ही साथ बहुत ही सुंदर शंकर पार्वती की चैतन्य झांकी भी रखा गया था। इस कार्यक्रम में बीके राधे दीदी ने शिवरात्रि का अध्यात्मिक रहस्य बताते हुए कहा कि हम सभी देवी देवताओं का जयंती मनाते हैं जैसे राम नवमी , हनुमान जयंती, कृष्ण जन्माष्टमी ,गणेश चतुर्थी आदि आदि परंतु इस पर्व को शिवरात्रि कहते हैं। इसका भावार्थ है कि परमात्मा शिव कलयुग के अज्ञान रूपी अंधकार में अवतरित होते हैं और ज्ञान रूपी प्रकाश की ओर ले जाते हैं। इसलिए शिवरात्रि कहते हैं। बी के डॉक्टर पंचम भाई ने कहा कि परमात्मा एक है जिन्हें सर्वधर्म वाले निराकार रूप में मानते हैं और उस परमात्मा को ही हम कहते हैं कि भगवान सत्य है और सत्य केवल एक के साथ ही जुड़ता है।
सत्यम शिवम सुंदरम अर्थात जो सत्य है वह शिव है और शिव ही सुंदर है। इस सभा में उपस्थित जेल अधीक्षक एस एस तिग्गा ने दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कहा की ऐसे आध्यात्मिक कार्यक्रम मुझे बहुत अच्छे लगते हैं। पहले भी ऐसे कार्यक्रम में आया हूं और सदा ही आता रहूंगा। क्योंकि इन कार्यक्रम के माध्यम से हमारे आंतरिक शक्तियां का विकास होता है। यहां उपस्थित चांटीडीह की पार्षद रूपाली गुप्ता ने कहा यह झांकी बहुत ही खूबसूरत है। इस त्योहार में सभी भक्ति भाव में डूबे रहते हैं चांटीडीह मेला की रौनक है। बी के प्रशांत भाई ने जेल अधीक्षक से अनुरोध किया। इस प्रकार की ऐसी आध्यात्मिक जागृति का कार्यक्रम हम कैदियों के लिए रखना चाहते हैं। जिसके लिए श्री तिग्गा ने कहा कि भविष्य में ऐसे कार्यक्रम जरूर आयोजित करेंगे। आध्यात्मिक उन्नति हो सके और उनके जीवन में भी बदलाव आ सकें। इस कार्यक्रम में सहयोग बी के डॉक्टर करन भाई , बी के कमलेश्वरी बहन, रवि भाई आदि सभी ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में विशेष सहयोग दिया।