Weight loss : पोता-पोती खिलाने की उम्र में इस दादी ने घटाया 22 Kg वजन, नाश्‍ते में खाती थी इसकी रोटी

यह वेटलॉस स्टोरी एक ऐसी महिला की है, जिन्होंने 59 की उम्र में खुद को फिट बनाने के लिए न केवल डाइट बदली, बल्कि जिम के बिना 22 किलो वजन कम कर लिया।

जिस उम्र में लोग खुद को बूढ़ा समझ बैठते हैं, उस उम्र में रीप्ता बोरठाकुर ने फिटर बनने की ठानी। रीप्ता की लाइफ में टर्निंग पॉइंट तब आया जब खराब घुटनों और जोड़ों के दर्द के कारण डॉक्टर ने उन्हें वजन कम करने की सलाह दी। तब अहसास हुआ कि अब तक अपने बढ़ते हुए वजन पर ध्यान न देकर कितनी बड़ी गलती की। खैर, डॉक्टर की इस समझाइश के बाद 59 वर्षीय रीप्ता ने वजन कम करने की ठान ली। दिलचस्प बात यह है कि रीप्ता ने मात्र 4 महीने में 22 किलो वजन कम कर लिया, वो भी बिना किसी जिम में जाए।

अब उन्हें देखकर हर कोई दंग रह जाता है। क्योंकि ओवरवेट होने के चलते जिन कपड़ों में वो फिट नहीं होती थीं, उन्हीं आउटफिट्स में आज वे एकदम ग्लैमरस दिखती हैं। बहरहाल, यहां रीप्ता की मोटापे से लेकर फिटनेस फ्रीक बनने की कहानी हम आपके साथ यहां शेयर कर रहे हैं, जो उन्होंने खुद बयां की।
​कैसे आया ये टर्निंग पॉइंट

रीप्ता कहती हैं कि मुझे बहुत समय से घुटनों और जोड़ों में दर्द था। मोटापे के कारण यह और बढ़ता जा रहा था। डॉक्टर ने सीधे वजन कम करने के लिए कह दिया। क्योंकि घुटने इससे ज्यादा भार झेल नहीं सकते थे। मुझे थकान होने लगती थी। इसके अलावा मुझे तरह-तरह के आउटफिट्स पहनना पसंद है। लेकिन समय के साथ बढ़ते हुए वजन के कारण मैं बेडौल दिखने लगी थी।

खुद को आईने में नापसंद करने लगी थी। इसने मुझे अपना वजन कम करने की यात्रा शुरू करने और कपड़ों में खुद को कॉन्फिडेंस से देखने के लिए प्रेरित किया। मुझे इस बात की खुशी है कि बिना जिम जाए, घर पर विभिन्न प्रकार के व्यायाम करके मैं आसानी से वजन कम करने में सफल रही। इस दौरान मैंने जो कुछ भी खाया, उससे मुझे स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीने में मदद मिली।

  1. नाश्ता-मैं अपने दिन की शुरूआत एक गिलास गुनगुने नींबू पानी से करती हूं। मेरे नाश्ते में आमतौर पर आमतौर पर स्किम्ड मिल्क, फल, बाजरा की रोटी या बेसन के चीला के साथ दलिया होता है।
  2. लंच-दोपहर के भोजन में दाल, फिश करी या वेज करी के साथ ब्राउन चावल लेती हूं। मुझे असमिया व्यंजन खार खाना बहुत पसंद है।
  3. डिनर-कोशिश करती हूं कि रात का खाना 8 बजे तक हो जाए। मेरे डिनर में कुछ प्रकार के प्रोटीन शामिल होते हैं।
  4. प्री-वर्कआउट मील-एक कप ब्लैक कॉफी या ग्रीन टी में मुठ्ठी भर नट्स लेती हूं।
  5. पोस्ट वर्कआउट मील-वर्कआउट के बाद नाश्ता करना पसंद है।
  6. लो कैलोरी फूड-मैंने डाइटिंग के दौरान कभी लो कैलोरी फूड नहीं चुना। बस कम कैलोरी वाले फल और सब्जियां चुनने की कोशिश की।
​वर्कआउट

लॉकडाउन के दिनों में जिम नहीं जा सकती थी, इसलिए घर में रहकर ही अपना वर्कआउट शुरू किया। हर दिन मैं एक घंटे पैदल चलती हूं या फिर एक घंटे के लिए जुम्बा करती हूं। इस दौरान मैं कार्डियो , सीढ़ी चढने और एरोबिक्स जैसे व्यायाम भी करती रही।
​रीप्ता का फिटनेस सीक्रेट

रीप्ता कहती हैं कि वजन कम करना तभी संभव है, जब आप स्वस्थ्य भोजन के प्रति ईमानदार रहें। जितना संभव हो सफेद चावल, चीनी, रोटी के सेवन से बचें। इसके बजाय साबुत अनाज जमकर खाएं। इससे वजन बहुत तेजी से कम होता है। इसके अलावा हर किसी को भोजन चबाने, पर्याप्त मात्रा में पानी पीने और नियमित रूप से कसरत करने पर भी ध्यान देना चाहिए।

​मोटापे में किन चीजों से हुईं परेशान

मोटापे से शरीर में सुस्ती और थकान बनी रहने से ज्यादा परेशान रहती थी। छोटा सा काम करने पर ही थक जाती थी।

लाइफस्टाइल में बदलाव- बहुत ज्यादा कुछ नहीं बदला। बस रात में देर से भोजन करना छोड़ दिया और अपने आहार से चीनी को पूरी तरह से हटा दिया। 59 वर्षीय रीप्ता की वेटलॉस स्टोरी से सीख मिलती है कि उम्र कोई भी हो, यदि आप ठान लें, तो फिटनेस का लक्ष्य हासिल करके ही रहेंगे। जीवन जीने का स्वस्थ तरीका है कभी पीछे मुड़कर मत देखो। आने वाले कल पर फोकस करो।

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