World Cup 2015 की हार को लेकर छलका डिविलियर्स का दर्द, संन्यास को लेकर कही ये बात


नई दिल्ली. दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान एबी डिविलियर्स (AB de Villiers) ने कहा है कि 2015 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ हार ने लगभग एक साल तक उन्हें तोड़ कर रखा था और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अचानक संन्यास के उनके फैसले में इसकी बड़ी भूमिका थी.

दक्षिण अफ्रीका को 2015 विश्व कप के वर्षा से प्रभावित सेमीफाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड के खिलाफ डकवर्थ लुईस नियम के आधार पर 4 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था. डिविलियर्स ने स्वीकार किया कि उन्हें इस हार के झटके से उबरने में जूझना पड़ा.

डिविलियर्स ने हर्षा भोगले से कहा, ‘इसने मुझे तोड़ दिया था लेकिन मैंने खेलना जारी रखा, मैंने हर संभव प्रयास किया, क्रिकेट से जुड़े रहने की कोशिश की. मैं काफी अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था. मेरी अब भी बेहतरीन यादें हैं.’

सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में एक माने जाने वाले 36 साल के डिविलियर्स ने 2018 में 14 साल के अपने अंतरराष्ट्रीय करियर को अलविदा कह दिया था जबकि वह उस समय अपने खेल के टॉप पर थे.

डिविलियर्स ने उस वक्त अपने संन्यास का कारण बताते हुए कहा था कि उनमें अब ‘दम नहीं बचा’ और वह ‘थकान महसूस कर रहे’ हैं. इस पूर्व कप्तान ने हालांकि कहा कि न्यूजीलैंड के खिलाफ हार ने उनके फैसले में बड़ी भूमिका निभाई.

दक्षिण अफ्रीका के लिए 114 टेस्ट में 8,765 और 228 वनडे मैचों में 9,577 रन बनाने वाले डिविलियर्स ने कहा, ‘निजी नजरिए से कहूं तो हां, इसने बड़ी भूमिका निभाई थी. उस रात हम खेल से हार गए और उस साल मेरे लिए उस हार से उबरना मुश्किल था.’

डिविलियर्स ने कहा, ‘हमें दोबारा शुरूआत करनी थी लेकिन मैं स्थिति ऐसी थी कि ठहरो, मैं अब तक इस वर्ल्ड कप की हार से नहीं उबरा हूं. इससे काफी तकलीफ पहुंची. इसलिए हां, मैं काफी संवेदनशील हूं और मैं कैसे महसूस करता हूं इसमें इस तरह की चीजें बड़ी भूमिका निभाती हैं.’

दक्षिण अफ्रीका की टीम वर्ल्ड कप में कभी उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई और उसे 1992 और 1999 के एडिशन में भी निराशा का सामना करना पड़ा था. डिविलियर्स ने कहा कि उन्हें 2015 की हार से एक साल तक जूझना पड़ा और उन्हें खेद है कि वह अपनी भावनाओं को खुलकर सामने नहीं रख पाए.

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