अब सिम्स में रैपिड टेस्ट के बाद होगी प्रसुताओं की सिजिरीयन डिलिवरी
बिलासपुर. कोरोना वायरस के कारण सिम्स में प्रसुताओं की सिजिरीयन डिलिवरी बंद कर दिया गया था। वहीं सिम्स अधीक्षक डॉ. पुनित भारद्बाज ने बताया कि प्रसुताओं के सिजिरीयन डिलिवरी से पहले उनका रैंपीट किट से कोरोना जांच किया जाएगा, जिसके बाद भी उनका अपरेशन किया जाएगा। इसके लिए संयुक्त संचालक और अधीक्षक ने नए दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। सिम्स में अभी सिर्फ इमरजेंसी में ही ऑपरेशन किए जा रहे थे और सामान्य ऑपरेशन 19 मार्च से बंद कर दिए थे। सामान्य ऑपरेशन शुरू होने से पिछले डेढ़ माह से अपना ऑपरेशन कराने की सोचे बैठे हुए मरीजों को फायदा होगा। सिम्स के सर्जरी विभाग की बात करें तो यहां पर चार से पांच ऑपरेशन प्रतिदिन किए जाते हैं। वहीं गायनिक, ईएनटी, आई डिपार्टमेंट और आर्थोपेडिक विभाग में भी करीब इतने ही संख्या में ऑपरेशन होते थे। कोरोना का प्रकोप देखते हुए वरिष्ठ स्तर से सामान्य ऑपरेशन बंद करने के निर्देश दिए थे। वर्तमान में इमरजेंसी में लाए जा रहे मरीजों के ऑपरेशन किए जा रहे थे। नया आदेश आ जाने से अब इन मरीजों के भी ऑपरेशन हो सकेंगे। आदेश में यह भी लिखा है कि जिन मरीजों के ऑपरेशन प्राथमिकता के आधार पर होने हैं, उन्हें इसमें तवज्जो प्रदान की जाए। इसके साथ ही अधीक्षक डॉ. पुनित भारद्बाज ने यह भी बताया कि गायनिक विभाग में किसी भी प्रसुता के सिजिरियन डिलिवरी से पहले उसका रैंपीट किट से कोरोना जांच होगा जिसके बाद ही उसका ऑपरेशन किया जाएगा। सिम्स प्रबंधन ने बातया कि वैश्विक माहामारी कोरोना के चलते अस्पताल प्रबंधन भी मरीजों और डॉक्टरों के स्वास्थ्य कि चिंता कर रही है ऐसे में ऑपरेशन से पहले मरीजों को रैंपीट किट से कोरोना जांच किया जाएगा यदि संदेही या पॉजेटिव रिपोर्ट रहेगा तो ऐसे मरीज के आपरेशन करने से पहले ऑपरेशन टेयटर के कर्मचारी और डॉक्टर पीपीई किट पहन कर आपरेशन करेंगे।