गंभीर कुपोषित माया हुई सामान्य, फिर से खुशहाल हुआ बचपन
बिलासपुर. मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के चलते गंभीर कुपोषित माया अब सामान्य श्रेणी में आ गई है। अब उसका बचपन खुशहाल हो गया है। तखतपुर विकासखंड के ग्राम बांधा में रहने वाले मेलरूराम गोड़ की तीन वर्ष की पुत्री माया गोड़ एक वर्ष पहले गंभीर रूप से कुपोषित थी। उसका वजन 11.5 किलोग्राम था। जिले में सुपोषित बिलासपुर मिशन के तहत माह सितंबर 2019 में कलेक्टर एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी के मागदर्शन में 6 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों का वजन त्यौहार मनाया गया था। जिसमें माया को गंभीर कुपोषित बच्ची के रूप में चिन्हांकित किया गया। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत् माया को आंगनबाड़ी केन्द्र में सप्ताह में तीन दिन पौष्टिक लडडू का वितरण किया गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हर दूसरे दिन माया के घर जाकर उसके माता पिता को पौष्टिक भोजन के संबंध में जानकारी देती थी और हर 15 दिन में उसके पालकों के साथ बैठकर कुपोषण एवं उसके दुष्परिणाम एवं इससे निजात दिलाने पर विस्तृत चर्चा करती थी। गांव में सुपोषण चैपाल भी समय समय पर आयोजित किया जाता था। जिसमें भी इन जानकारियों को अभिभावकों को दिया गया। माया को कार्यकर्ता अपने सामने ही गर्म भोजन, नाश्ता व पौष्टिक लडडू का सेवन करवाती थी। उसकी मां को भी समझाईश देती थी कि बच्चे को इसी तरह खाद्य पदार्थाें का थोड़ी थोड़ी अंतराल में सेवन करायें। मुख्यमंत्री बाल संदर्भ शिविर के तहत माया को आवश्यक दवाईयां दिलायी गई। इन सब प्रयासों के चलते माया का वजन माह फरवरी 2020 में बढ़कर 12.8 किलोग्राम हो गया। कोविड-19 के दौरान भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने सतत रूप से घर जाकर माया के रूची अनुसार खानपान की सलाह और पौष्टिक लडडू का वितरण किया। जिसके कारण उसका वजन माह जून 2020 में 13.1 किलोग्राम हो गया है। अब माया सामान्य बच्चों की तरह हो गई है और अपना बचपन जी रही है।