गोंडपारा नदी किनारे बने मकानों को पुलिस व्यवस्था के साथ नगर निगम ने तोड़ा


बिलासपुर. अरपा नदी के दोनों ओर बनने वाले सड़क निर्माण में बाधा आ रहे नदी किनारे बने मकानों पर नगर निगम द्वारा तोडफ़ोड़ की कार्रवाई की जा रही है। सड़क किनारे लकड़ी मिल संचालित करने वाले लोगों से विवाद की स्थिति भी निर्मित हो गई थी मौके पर उपस्थित पुलिस अधिकारियों ने विरोध करने वालों को हिरासत में ले लिया है। तोडफ़ोड़ की कार्रवाई मंदिर लकड़ी ताल, सामुदायिक भवन, मंदिर और मुन्नू लाल शुक्ल स्कूल को भी तोड़ा जाना है। मकान तोड़े जाने की कार्रवाई से पहले कुछ लोगों ने अपना मकान पहले ही खाली कर दिया था। आज सुबह की कार्रवाई के दौरान बाल्मिकी समाज के लोगों का पुलिस निगम के अधिकारियों से झड़प भी हुई। निगम के अधिकारियों ने बताया है कि शनिवार सुबह पांच से की जा रही कार्रवाई जा रही है। जिन लोगों के मकान तोड़े जा रहे हैं उन्हें बहतराई स्थित अटल आवास में शिफ्ट किया जा रहा है। शनिवार सुबह पांच बजे गोंडपारा वासियों के लिए बेघर करने वाला साबित हुआ। सुबह से ही निगम का पूरा अमला एक्सीवेटर के सहारे मकानों को तोडऩे में जुट गया। वर्षों से बसे नदी किनारे के लोग तोडफ़ोड़ की कार्रवाई से सहम गये।


अपना मकान अपने आंखों के सामने लोग टूटता हुआ देखते रहे। लकड़ी  टाल, आरा मिल के संचालक भी अपना सामान तेजी से समेटते रहे। बारी बारी कर लोगों को सामानों के साथ बहतराई स्थित बनाये गए सरकारी मकानों में शिफ्ट किया  नगर निगम के अधिकारियों ने कहा कि रविवार सुबह सारे मकान तोड़ दिए जायेंगे। कोई अप्रिय घटना न हो इसके लिए निगम के अधिकारियों के साथ पुलिस व्यवस्था चुस्त कर दी गई थी। जिसके चलते लोग विरोध भी नहीं कर पा रहे थे। अरपा नदी के दोनों ओर स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत सड़कों का निर्माण किया जाना है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा रूप रेखा तैयार कर ली गई है। 15 साल के भाजपा शासन काल में तोडफ़ोड़ की कार्रवाई नहीं की गई थी। कांग्रेस की भूपेश सरकार की योजना के अंतर्गत यह कार्रवाई की जा रही है। जिन लोगों के मकान तोड़े जा रहे थे वे लोग सीधे तौर पर कांग्रेस की सरकार को जमकर कोस रहे थे। 30-40 साल से बसे इन लोगों को शायद नहीं मालूम था कि उन्हें बेघर होना पड़ेगा। तोडफ़ोड़ की कार्रवाई रोकने लोग नगर निगम के अधिकारी पीके पंचायती से गुहार लगाते भी दिखे। मौके पर उपस्थित अधिकारियों ने नगर निगम आयुक्त व जिला प्रशासन के आदेश पर तोडफ़ोड़ की कार्रवाई करने की बात कहते रहे। बहरहाल शनिवार रात भर गोंडपारा में तोडफ़ोड़ जारी रहेगी।

मीडिया का किया विरोध
बाल्मिकी समाज के लोगों ने मीडिया को फोटो लेने  से मना दिया। लोगों ने मीडिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि आप लोग हमारा सहयोग नहीं कर रहे हैं। भूपेश बघेल सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए लोगों ने कहा कि आगामी चुनाव में हम लोग मुंहतोड़ जवाब देंगे।

पुलिस का पहरा सख्त
गोंडपारा में शनिवार सुबह से ही गहमा-गहमी का माहौल बना रहा। सुरक्षा के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। वहीं पुलिस के आला अधिकारी भी पूरे समय तक डटे हुए हैं।

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