दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के स्टेशनों में घर से बिछडे बच्चों की सुरक्षा हेतु जागरूकता अभियान

बिलासपुर. भारतीय रेलवे के सभी रेलवे स्टेशनों एवं परिसरों में घर से बिछडे बच्चों को चिन्हित कर उनके सुरक्षा के कार्य को करने के लिये रेलवे द्वारा विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम चलाए जा रहे है। इस कार्यो को सुचारू रूप से करने हेतु राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की एक सहयोगी संस्था रेलवे चिल्ड्रन ंऑफ इडिया ने रेलवे नियमों के अनुसार लगभग 3.30 घंटे का एक प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार किया गया है। इस 3.30 घंटे के प्रशिक्षण कार्यक्रम में बाल अधिकार एवं बाल सुरक्षा के संदर्भ तथा संबंधित कानूनो के बारे में रेल कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में रेलकर्मी विशेषकर टीटीई, रेलवे सुरक्षा बल के सदस्य एवं स्टेशन प्रबंधक मुख्य तौर पर सम्मिलित होगें। रेलवे बोर्ड के निर्देशनुसार दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा रेलवे स्टेशनों में कार्यरत कर्मचारियों जैसे टीटीई, स्टेशन प्रबंधक, रेलवे सुरक्षा बल एवं जीआरपी आदि कर्मचारियों जो ऐसे बच्चों के सीधे संपर्क में आते है उन्हें इस कार्य को करने हेतु समुचित प्रशिक्षण देने के लिए कुछ गैर सरकारी संस्था (एनजीओ) के साथ मिलकर इस कार्य को सम्पादित करने जा रही हैं।
इस कड़ी में रेलवे चिल्ड्रन ऑफ इंडिया (आरसीआई) संस्था के द्वारा 10 जनवरी, 2020 एवं 11 फरवरी, 2020 को लगभग एक डेढ़ घंटे का एक ट्रेंनंग सेशन चलाया जायेगा तथा इस हेतु अभियान चलाते हुए 01 फरवरी, 2020 से 07 फरवरी, 2020 तक रायपुर रेलवे स्टेंशन में एक जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा, ताकि किन्ही कारण से ऐसे बच्चे जो अपने परिजनों एवं माता-पिता से बिछड़ गए है, उन्हें पुनः अभिभावको तक पहुचाया जा सके।
इस दौरान स्टेशन में कार्यरत कर्मचारियों में टीटीई, स्टेशन प्रबंधक, रेलवे सुरक्षा बल, कुली,  एवं जीआरपी के जवानों को ऐसे बच्चों का पुर्नवास करते हुए उनके परिजनों को सौंपे जाने की कार्यवाही की जायेगी या जिनके अभिभावक नही मिल सकें उन्हें बालगृह को सौंपा जाएगा।
इस हेतु जागरूकता के लिए स्टेशन एवं स्टेशन परिसार व इससे संबंधित जगहों पर विभिन्न माध्यमां से जागरूकता फैलाई जाएगी इसके तहत नुक्कड़ नाटक आदि भी आयोजित किये जायेगें।

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