दिल्ली विधानसभा चुनाव में 61 फीसदी मतदान, सीलमपुर और मुस्तफाबाद में सबसे ज्यादा
नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections) के लिए शनिवार को हुए मतदान में रात 9.30 बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक, 61.02 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. सबसे ज्यादा वोटिंग 70.55% मुस्तफाबाद विधानसभा में हुई. इसके बाद सीलमपुर में 71.40% और 69.73% मतदान गोकलपुर में दर्ज किया गया. दिल्ली में साल 2015 में पिछले विधानसभा चुनाव में 67.12 प्रतिशत मतदान हुआ था.
चुनाव आयोग के वोटर टर्नआउट एप के आंकड़े से यह जानकारी मिली है. दिल्ली विधानसभा की कुल 70 सीटों के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम के बीच सुबह आठ बजे मतदान शुरू हुआ और शाम छह बजे समाप्त हुआ. इसके तहत 672 उम्मीदवारों का राजनीतिक भविष्य तय होगा. दिल्ली में लगभग 1.47 करोड़ मतदाता हैं. मतगणना 11 फरवरी को होगी. दिल्ली में 81,05,236 पुरुष मतदाता, 66,80,277 महिला मतदाता और 869 तीसरे लिंग के मतदाताओं के लिए कुल 13,570 मतदान बूथ बनाए गए थे.
इस दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन, एस. जयशंकर और भाजपा के विवादित नेता प्रवेश साहिब वर्मा समेत विभिन्न सांसदों ने अपने परिवारों के साथ सुबह ही अपने मताधिकार का इस्तेताल किया. नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से एक बार फिर चुनाव लड़ रहे केजरीवाल ने कड़ी सुरक्षा के बीच सिविल लाइंस में राजपुरा ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी स्थित मतदान केंद्र में अपने पिता, मां और पत्नी के साथ मतदान किया.
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सुबह जल्द ही मतदान कर लिया. जहां सत्तारूढ़ आप सत्ता में लौटने का प्रयास कर रही है, वहीं भाजपा दिल्ली में 20 साल का वनवास तोड़ना चाहती है. दिल्ली पर 15 साल राज करने वाली कांग्रेस भी राष्ट्रीय राजधानी में मैदान में है.
इस बार क्यूआर कोड्स और मोबाइल एप्स जैसे आधुनिक तकनीकों का उपयोग करते हुए चुनाव अधिकारी राष्ट्रीय राजधानी में कड़ी सुरक्षा के साथ मुस्तैद हैं. उन्होंने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) खिलाफ प्रदर्शन का केंद्र रहे शाहीन बाग में अतिरिक्त मुस्तैदी बरती. ‘आप’ जहां सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 67 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और तीन सीटें उसने अपने सहयोगियों को दी है, जिसमें जनता दल (युनाइटेड) को दो सीटें और लोक जनशक्ति पार्टी को एक सीट दी गई है. कांग्रेस 66 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और चार सीटें उसने राष्ट्रीय जनता दल को दी हैं.
चुनाव आयोग ने 516 स्थानों और 3,704 मतदान बूथों को संवेदनशील श्रेणी में रखा और वहां अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया. प्रत्येक मतदान केंद्र पर वेबकास्टिंग के माध्यम से नजर रखी गई. निर्विघ्न चुनाव के लिए पुलिस ने लगभग 40,000 सुरक्षाकर्मी, 19,000 होमगार्ड और केंद्रीय सैन्य पुलिस बल की 190 कंपनियां तैनात की.