August 6, 2020
दो सीढ़ियां चढ़कर हांफने लगते हैं तो जरूर करें यह काम
दो सीढ़ियां चढ़ने पर सांस टूटने लगती है और आप हांफने लगते हैं तो आपको इन बातों को अनदेखा नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह स्थिति शरीर में पनप रहे रोग का संकेत हो सकती है…
हम सभी के साथ ऐसा कभी ना कभी जरूर होता है, जब दूसरे फ्लोर तक सीढ़ियों से जाने के बाद ही हमारे दिल की धड़कनें बढ़ जाती हैं और हमारी सांस फूलने लगती है। इस तरह की समस्या से आमतौर पर महिला और पुरुष दोनों ही गुजरते हैं लेकिन महिलाओं में यह समस्या अपेक्षाकृत अधिक देखी जाती है…
सीढ़ियां चढ़ने पर क्यों हांफने लगते हैं?
-फिटनेस की बात करें तब भी सीढ़ियां चढ़ने और उतरने से हमारे शरीर की कैलरी खर्च होती हैं और फैट पिघलता है। इस कारण हमें अधिक ऊर्जा लगानी होती है और हमें थकान का अनुभव होता है। लेकिन अगर दो फ्लोर चढ़कर ही आपको थकान होने लगती है तो यह अच्छे संकेत नहीं हैं। यह आपके शरीर में छिपी कमजोरी को दिखाती है।
सांस लेने में दिक्कत होना
-कोई बहुत मेहनत का काम करने के बाद सांस फूलना एक सामान्य घटना है लेकिन अगर दो फ्लोर चढ़कर ही आपको सांस लेने में दिक्कत होने लगती है तो इसका अर्थ है कि आपका हृदय पूरी तरह स्वस्थ नहीं है। इसलिए अपने कमजोर होते हृदय को बीमार होने से बचाने के लिए अपनी सेहत का ध्यान रखें।
-क्योंकि यह स्थिति शरीर में चुपके से पनप रही बीमारियों का प्रारंभिक संकेत हो सकती है। कई बार यह समस्या इसीलिए भी होती है कि हम बहुत अधिक आलस्य युक्त जीवन (लेजी लाइफस्टाइल) जी रहे हैं। इस कारण भी दो सीढ़ियां चढ़ते ही सांस फूलने की दिक्कत होती है।
आपको जो करना है…
-कुछ लोगों को सीढ़ियां चढ़ने के बाद सिर भारी होना, सिर घूमना या आंखों के आगे धुंध आना जैसी समस्याएं होती हैं। अगर आपके साथ भी इस तरह की समस्या हो रही है तो आपको डॉक्टर से तुरंत सलाह लेनी चाहिए। क्योंकि यह स्थिति शरीर में किसी गंभीर बीमारी का संकेत है।
-साथ ही अपनी डायट का पूरा ध्यान रखें। इस बात का पता लगाएं कि क्या आपके भोजन से आपको पूरा पोषण मिल रहा है? क्योंकि जब शरीर को पूरा पोषण नहीं मिलता है तब शरीर में कमजोरी रहती है और कई रोग पनपने लगते हैं, जिनके कारण सांस फूलना और थकान जैसी समस्या होती है।
-आपको इस बात को सुनिश्चित करना होगा कि लॉकडाउन या कोरोना के कारण आपकी शारीरिक गतिविधियां कम ना हों। आप घर की इन सीढ़ियों पर हर दिन चक्कर लगाकर भी खुद को ऐक्टिव रख सकते हैं। योग कर सकते हैं, घर के आंगन या छत पर वॉक कर सकते हैं।