बीमार लोगों को व्रत के दौरान इस गलती से बचना चाहिए

अगर किसी ऐसी बीमारी से पीड़ित हैं, जो जीवनभर साथ रहेगी तो आप नवरात्र के व्रत के दौरान इन बातों का ध्यान जरूर रखें…
कुछ बीमारियां ऐसी होती हैं, जो इलाज के बाद ठीक हो जाती हैं। लेकिन कुछ बीमारियां ऐसी होती हैं, जो एक बार लग जाएं तो जीवनभर साथ रहती हैं। इनमें हाई ब्लड प्रेशर, शुगर, फैटी लिवर और किडनी से जुड़ी कुछ समस्याएं और मेंटल डिसऑर्डर शामिल हैं। जो लोग इन बीमारियों से ग्रसित होते हैं, उन्हें ताउम्र इन बीमारियों को ध्यान में रखकर ही अपनी लाइफ प्लान करनी होती है। जीवन के छोटे-बड़े हर सेलिब्रेशन की प्लानिंग इन बीमारियों को ध्यान में रखते हुए की जाती है। ऐसे में नवरात्रि के व्रत भी इससे अछूते नहीं रहते हैं।
भूख-प्यास बर्दाश्त ना करें
-व्रत के दौरान भूख और प्यास को बर्दाश्त ना करें। इससे आपके शरीर पर सामान्य लोगों की तुलना में अधिक नकारात्मक असर पड़ेगा। क्योंकि शुगर या बीपी जैसी बीमारियों से ग्रसित लोगों का शरीर सामान्य लोगों की तुलना में कमजोर होता है।
![]()
दिमाग को मिलते हैं गलत सिग्नल
-कई बार काफी समय तक भूखा रहने के दौरान यदि आप किचन में काम करते हैं या व्रत के लिए फलाहार तैयार करते हैं, तो खाने की खुशबू से ही पेट भरने का अहसास होने लगता है।
-ऐसा इसलिए होता है क्योंकि लगातार मिल रही भोजन की खुशबू से दिमाग को यह सिग्नल मिलता है कि आपने भोजन कर लिया है। इस कारण आपका मस्तिष्क आपके पाचनतंत्र को भोजन पचाने के लिए जरूरी एसिड बनाने का सिग्नल दे देता है।
-इस कारण खाली पेट एसिड बनने से पेट में गर्मी और सीने पर जलन की समस्या हो सकती है। इसलिए बेहतर है कि व्रत के दौरान लंबे समय तक भूखे ना रहें। बल्कि फल, मेवे या दूध इत्यादि बीच-बीच में लेते रहें।
![]()
लिवर और किडनी को स्वस्थ रखने के लिए
-व्रत के दौरान अपने लिवर और किडनी को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है कि आप पर्याप्त मात्रा में पानी लेते रहें। यदि खाली पेट पानी पीने के कारण बार-बार यूरिन जाने की समस्या हो रही हो तो आप कभी जूस, कभी दूध और लस्सी इत्यादि का सेवन कर सकते हैं। लेकिन लिक्विड डायट जरूर लेते रहें।
-इससे आपके शरीर में पानी की कमी नहीं होगी। जिन लोगों का लिवर कमजोर होता है या किडनी में किसी तरह की दिक्कत होती है, उन्हें हर घंटे आधा से एक गिलास पानी पीना चाहिए। ऐसा करने से आपका शरीर हाइड्रेट रहता है और लिवर तथा किडनी की सफाई होती रहती है।
![]()
आप खाएं ऐसा खाना
-लंबी बीमारी से जूझ रहे लोगों को व्रत के दौरान भोजन कोकोनट वर्जिन ऑइल में बनाना चाहिए। क्योंकि यह बहुत ही लाइट और सुपाच्य होता है। गैर जरूरी फैट को शरीर में जमा नहीं होने देता है। इसलिए पाचनतंत्र पर इस तेल में बने भोजन को पकाने के दौरान बहुत अधिक दबाव नहीं पड़ता है।
-व्रत का भोजन करते समय एक टाइम पर एक ही भोज्य पदार्थ का सेवन करें। जैसे यदि आप कुट्टू के आटे से बना भोजन खा रहे हैं तो साथ में सिर्फ दही या सब्जी लें। चौलाई, सिंघाड़ा और फ्रूट्स इत्यादि ना खाएं। क्योंकि आप जितनी तरह का भोजन खाते हैं, उसे पचाने के लिए आपके लिवर को उतनी ही तरह के एंजाइम्स का उत्पादन करना होता है। इससे उन लोगों को पेट से जुड़ी समस्या हो सकती है, जिनका लिवर कमजोर है।

