संवेदनशील होकर कार्य करें अधिकारी, बातचीत और कार्यों में दिखनी चाहिये संवेदनशीलता : कलेक्टर

बिलासपुर. आम जनता की समस्याओं के निराकरण के लिये अधिकारी संवेदनशील होकर कार्य करें। अधिकारियांे की बातचीत और उनके कार्यों में संवेदनशीलता दिखनी चाहिये। कलेक्टर डाॅ.संजय अलंग ने टीएल की बैठक में यह निर्देश दिया। कलेक्टर ने कहा कि प्रशासन को संवेदनशील बनाना सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी विभागों के अधिकारी अपने कार्यालयों में आम जनता से मिलने का दिन और समय बोर्ड में लिखकर प्रदर्शित करें और अपने अधीनस्थ अधिकारियों को भी इस संबंध मंे निर्देश करें। बुजुर्ग, महिलायें और दिव्यांग जो कार्यालय में आते हैं, उनसे सबसे पहले मुलाकात करें। कार्यालय में अपने काम को लेकर आने वाले आम जनता के लिये सुविधाजनक माहौल उपलब्ध कराया जाये।
सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के पते और दूरभाष नंबर रखना अनिवार्य है : कलेक्टर ने सभी कार्यालय प्रमुखों को निर्देशित किया कि वे अपने कार्यालय के कर्मचारियांे के निवास के पते और उनके उपलब्ध फोन नंबर की जानकारी अनिवार्य रूप से रखें और कलेक्टर कार्यालय को भी उपलब्ध करायें। कार्यालय प्रमुख इसकी रेंडम जांच भी करें और जो कर्मचारी दिये गये पते पर निवास नहीं कर रहे हैं, उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करें। कलेक्टर ने इसी हफ्ते यह कार्यवाही सुनिश्चित करने कहा। फसल कटाई और गौठानों की व्यवस्था बनाने के लिये मैदानी क्षेत्रों में कार्यरत ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, ग्राम सचिव और पटवारियों को अपने मुख्यालय में अनिवार्य रूप से रहने का निर्देश देने संबंधित अधिकारियों से कहा गया।
जर्जर सड़कों का मरम्मत और गड्ढों को भरने का निर्देश : कलेक्टर ने निर्देश दिया कि सभी जर्जर सड़कों का मरम्मत पीडब्ल्यूडी और नगर निगम द्वारा कराया जाये। नगर निगम क्षेत्र में और कोटा व तखतपुर के जिन सड़कों का निर्माण पीडब्ल्यूडी व राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग द्वारा किया गया है। उन सभी सड़कों का मरम्मत कराने और सड़कों के गड्ढे भरने का निर्देश दिया गया। अमृत मिशन योजना के तहत खोदे गये सड़कों में जहां बीटी नहीं किया गया है। वहां तत्काल बीटी करने के निर्देश दिये। इस कार्य को गंभीरता से करने कहा गया।
मस्तूरी तहसीलदार को कारण बताओ नोटिस : कलेक्टर ने लोक सेवा गारंटी अधिनियम अंतर्गत लोक सेवा केन्द्रों में प्राप्त आवेदनों के निराकरण की समीक्षा की और मस्तूरी तहसील में प्राप्त आवेदनों को ज्यादा संख्या में निरस्त करने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए तहसीलदार को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया। नगरीय निकायों और जनपद पंचायतों को निर्देशित किया गया कि पेंशन के आवेदनों को लोक सेवा केन्द्रों में एण्ट्री करायें।
राशनकार्ड नवीनीकरण में परिवारों के जिन सदस्यों के नाम छूट गये थे उनकी एण्ट्री कर दी गई है और उन सदस्यों को पीडीएस का खाद्यान्न मिल रहा है, यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। कलेक्टर की पहल पर जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग, समाज कल्याण विभाग के अधीन विभिन्न संस्थाओं को पीडीएस का खाद्यान्न आबंटित किया जायेगा। इस संबंध में विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि उनके अधीन संचालित सभी पंजीकृत संस्थाओं की सूची खाद्य विभाग को उपलब्ध करायी जाये। जिले में संचालित अनुसूचित जाति एवं जनजाति छात्रावासों का निरीक्षण करने के लिये अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि इसी हफ्ते निरीक्षण कर प्रतिवेदन दें। प्रतिवेदन के आधार पर छात्रावासों में विद्यमान कमियों को दूर करने हेतु कार्यवाही की जायेगी। कलेक्टर ने सभी तहसीलदारों को आरआरसी और बैंक वसूली के लिये युद्धस्तर पर कार्य करने का निर्देश दिया। बड़े बकायादार की सूची कलेक्टर कार्यालय में भी उपलब्ध कराने कहा गया। सभी विकासखंडों में रक्तदान शिविर लगाने के निर्देश दिये। शिविर में एकत्रित खून ब्लड बैंक में ही जमा हो, यह सुनिश्चित करने कहा गया। कलेक्टर ने निर्देश दिया कि बिलासपुर नगर निगम के परिसीमन में जो पंचायतें शामिल की गई है, वहां उपलब्ध शासकीय भूमि का सीमांकन अगले माह तक पूर्ण किया जाये जिससे भविष्य में विवाद की स्थिति न बनें। बैठक में धान खरीदी की तैयारी हेतु निर्देश दिया गया। बारदाने की उपलब्धता, तौल कांटा, बांट की जांच करने, सभी खरीदी केन्द्रों का भौतिक सत्यापन, धान परिवहन का टेंडर, गोदामों की स्थिति, फड़ की तैयारी, खरीदी केन्द्रों में सफाई, पेयजल, माईश्चर मीटर की व्यवस्था हेतु निर्देश दिये गये।

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