अध्यक्ष के लिये मतदान से साबित कांग्रेस में लोकतंत्र की जड़ें गहरी

रायपुर. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के मतदान से साबित हो गया है कि किसी राजनैतिक दल में लोकतंत्र है तो वह कांग्रेस है। देशभर में कांग्रेस के प्रदेश प्रतिनिधियों ने अपने-अपने राज्यों में राष्ट्रीय अध्यक्ष के प्रत्याशियों के लिये गुप्त मतदान किया। यह कांग्रेस के आंतरिक लोकतंत्र का परिचायक है। कांग्रेस के अलावा दूसरे किसी भी राजनैतिक दल चाहे वह राष्ट्रीय हों या क्षेत्रीय किसी ने भी अपने अध्यक्ष एवं पदाधिकारियों की नियुक्ति के लिये चुनाव नहीं करवाया होगा।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि स्वयं को पार्टी विद डिफरेंस का दंभ भरने वाली भाजपा में तो कभी पार्टी के अध्यक्ष एवं पदाधिकारियों का चुनाव नहीं होता। पार्टी के शीर्ष में बैठे हुये चंद नेता जिसे चाहते है अपने सुविधानुसार अध्यक्ष बना देते है। पहले अटल-आडवाणी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर अपनी पसंद के व्यक्ति को नियुक्त करते थे, अब मोदी-शाह वही करते है। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व कमजोर होता है तो संघ अपनी पसंद के व्यक्ति को अध्यक्ष बना देती है। हाल ही में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को दूसरे कार्यकाल के लिये फिर से भाजपाध्यक्ष बनाने की सहमति बनी लेकिन भाजपा का कोई भी नेता यह नहीं बता सकता कि नड्डा के चुनाव के लिये मतदाता कौन था? उन्होंने नामांकन कब भरा? भाजपा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव कार्यक्रम कब घोषित किया गया? दरअसल भाजपा में लोकतंत्र नाम की कोई चीज नहीं है। भाजपा मोदी-शाह की जेबी संगठन बन गया है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा का लोकतंत्र मोदी-शाह की चौखट से शुरू होकर वही पर दम तोड़ देता है। कांग्रेस में ब्लॉक से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक के लिए चुनाव कार्यक्रम घोषित कर चुनाव प्रक्रिया द्वारा पदाधिकारियों का निर्वाचन किया जाता है। भारत में यदि लोकतंत्र की जड़े मजबूत है तो कांग्रेस पार्टी की विचारधारा के कारण है।

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