अमृत सरोवर से बदली काठाकोनी की तस्वीर
ग्रामीणों को मिली निस्तारी की सुविधा, मछली पालन से बढ़ी आमदनी
बिलासपुर. मनरेगा के तहत अमृत सरोवर बनने से तखतपुर ब्लॉक के ग्राम काठाकोनी की तस्वीर अब बदल गई है। ग्रामीणों को निस्तारी की सुविधा के साथ ही, खेती-किसानी के लिए सिंचाई सुविधा का एक अन्य विकल्प मिल गया है। साथ ही आजीविका के लिए मछली पालन कर किसान अपनी आय में भी वृद्धि कर रहे है। तालाब के मेंढ़ में वृक्षारोपण कर मृदा संरक्षण की दिशा में एक कदम बढ़ाया है।
तखतपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत काठाकोनी जहां के किसान अपनी सफलता की कहानी दूसरों को बता कर उन्हें प्रेरित कर रहे है। मनरेगा के तहत किसानों के जीवन में आई समृद्धि से ग्रामीण किसान बहुत ही खुश है। किसानों ने बताया कि अमृत मिशन के तहत अमृत सरोवर (तालाब गहरीकरण) का कार्य ग्राम सभा में अनुमोदित करते हुए प्रस्तावित किया गया। प्रशासकीय स्वीकृति के बाद कार्य प्रारंभ हुआ और समय पर इसे पूर्ण कर लिया गया। तालाब गहरीकरण कार्य 4.5 एकड़ के क्षेत्र में विस्तृत है, जिसका निर्माण ग्रामवासियों के सामुदायिक उपयोग एवं मछली पालन कर आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए करवाया गया। साथ ही इसके माध्यम से आसपास के खेतों में जल आपूर्ति भी की जा रही है। अमृत सरोवर के निर्माण में विशेषकर महिलाओं की भागीदारी एवं परिश्रम सराहनीय रही है। मवेशियों के लिए पेयजल एवं निस्तारी को ध्यान में रखते हुए श्रमिकों द्वारा कार्य की उपयोगिता को समझते हुए अतिरिक्त श्रम करते हुए कार्य पूर्ण किया गया। अमृत सरोवर के निर्माण होने से किसान अब बेहद खुश है। मनरेगा योजना की प्रशंसा करते हुए किसानों ने उनके जीवन में आए बदलाव के लिए राज्य शासन का आभार व्यक्त किया।