कलेक्टर ने किया छात्रावासों का आकस्मिक निरीक्षण
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही. कलेक्टर श्रीमती शिखा राजपूत तिवारी ने जिले के छात्रावासों का विगत रात्रि को आकस्मिक निरीक्षण किया। कलेक्टर श्रीमती शिखा राजपूत तिवारी ने प्री मेट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास ज्योतिपुर गौरेला की अधीक्षिका श्रीमती कुसुम पैकरा, प्रीमेट्रिक अनुसूचित जनजाति छात्रावास ज्योतिपुर गौरेला की अधीक्षिका श्रीमती क्लारेस लीना जोसफ, प्री मेट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास धोबहर के अधीक्षक श्री हिमांशु दुबे, प्री मेट्रिक अनुसूचित जनजाति कन्या छात्रावास धोबहर की अधीक्षिका श्रीमती रचना गुप्ता को छात्रावास के आकस्मिक निरीक्षण के दौरान अपने कार्यस्थल से अनुपस्थित पाए जाने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है। कारण बताओ नोटिस में उल्लेखित है कि कलेक्टर द्वारा 12 मार्च की रात्रि को छात्रावास का आकस्मिक निरीक्षण के दौरान आप बिना किसी पूर्व सूचना के अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित पाए गए। छात्रावासों और आश्रमों में शासन के सुरक्षा संबंधी दिशानिर्देश के बाद भी आपका छात्रावास से अनुपस्थित रहना आपके द्वारा कर्तव्य में घोर लापरवाही और अनुशासनहीनता को दर्शाता है। उक्त कृत्य के लिये क्यों न आपके विरुद्ध छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियम में दिए गए प्रावधान अनुसार दो वार्षिक वेतन वृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकने की शस्ति अधिरोपित की जाए। कलेक्टर ने मंडल संयोजक मरवाही विकास खंड श्री सुरेश कुमार देवांगन को लंबे समय से अनधिकृत रूप से कार्यस्थल में अनुपस्थित रहने के कारण बताओ नोटिस जारी किया है। कलेक्टर श्रीमती शिखा राजपूत तिवारी ने कहा कि शासकीय दायित्वों के निर्वहन में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी भी शासकीय अधिकारी या कर्मचारी द्वारा अपने दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतता हुआ पाए जाने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। कलेक्टर ने छात्रावास आश्रमो के निरीक्षण के दौरान छात्राओं का उत्साहवर्धन किया तथा उन्हें मन लगाकर पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने छात्राओं को कोरोनावायरस से बचाव के संदर्भ में जानकारी दी और व्यक्तिगत स्वच्छता को अपने जीवन का एक अभिन्न अंग बनाने के साथ ही सामुदायिक स्वच्छता में भी अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित किया। कलेक्टर ने छात्रावासों में बच्चों की शतप्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिये और छात्रावास में साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था के साथ साथ बच्चों को मीनू अनुसार गुणवत्तायुक्त भोजन और स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने को कहा।उन्होंने बच्चों का नियमित रूप से स्वास्थ्य परीक्षण कराने के निर्देश दिए। इस अवसर पर अनुविभागीय दंडाधिकारी श्री मयंक चतुर्वेदी तथा अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।