ईरान का दावा, अमेरिका के ‘आतंकवादी समूह’ के प्रमुख को किया गिरफ्तार!
तेहरान. ईरान (Iran) ने कहा है कि शनिवार को उसने अमेरिका के एक ‘आतंकवादी समूह’ के प्रमुख को गिरफ्तार कर लिया है. यह आतंकवादी 2008 में दक्षिणी शहर शिराज में हुए घातक बम विस्फोट समेत अन्य घातक हमलों का आरोपी था.
राज्य के टेलीविजन ने खुफिया मंत्रालय (Intelligence Ministry) के एक बयान का हवाला देते हुए कहा कि समूह के ‘जमशिद शर्महद, जो कि ईरान के अंदर हथियार और विध्वंस के कई ऑपरेशंस कर रहा था, अब वह ईरान के सुरक्षा बलों के शक्तिशाली हाथों में है.’ हालांकि इस बयान में यह जानकारी नहीं दी गईं कि ईरान के रॉयलिस्ट ग्रुप के नेता को कब और कहां गिरफ्तार किया गया था. इस नेता को टोंडर नाम से भी जाना जाता है.
बयान के अनुसार, उसने 12 अप्रैल, 2008 को शिराज में एक मस्जिद में बम विस्फोट किया था जिसमें 14 लोग मारे गए थे और 215 लोग घायल हो गए थे. ईरान ने 2009 में बम विस्फोट के दोषी तीन लोगों को फांसी पर लटका दिया था. साथ ही कहा था कि उनके राजतंत्रवादी समूह से संबंध थे. इसमें यह भी कहा गया है कि वे लोग ईरान के एक हाई-रैंक अधिकारी की हत्या करने की योजना बनाने के लिए अमेरिका समर्थित ईरानी ‘CIA एजेंट’ से आदेश ले रहे थे.
जिन लोगों को फांसी दी गई उनमें 21 साल का मोहसिन इस्लामियन और 20 साल का अली असगर पश्तार विश्वविद्यालय के छात्र थे. वहीं तीसरा व्यक्ति 32 साल का रूज़बेह याहजदेह भी था. तेहरान में एक क्रांतिकारी अदालत ने तीनों को “मोहरब” (भगवान के दुश्मन) और “पृथ्वी पर भ्रष्टाचार” होने का दोषी पाया था. इसके अलावा ईरान ने 2010 में समूह के दो अन्य दोषी सदस्यों को भी फांसी दी थी. इन लोगों ने ‘विस्फोटक प्राप्त करने और अधिकारियों की हत्या करने की योजना बनाने’ की बात कबूल की थी.
शनिवार को जारी बयान में कहा गया है कि टोंडर ने कई अन्य ‘बड़े ऑपरेशन’ किए थे जो विफल रहे. टोंडर ने शिराज में एक बांध को उड़ाने, तेहरान पुस्तक मेले में ‘साइनाइड बम’ का उपयोग करने और इस्लामिक गणतंत्र के संस्थापक, दिवंगत अयातुल्लाह रूहुल्लाह खुमैनी के मकबरे में एक विस्फोटक डिवाइस लगाने की भी योजना बनाई थी. ईरान के खुफिया मंत्रालय ने पिछले साल अक्टूबर में भी इसी तरह की रहस्यमय परिस्थितियों में एक पूर्व विपक्षी व्यक्ति की गिरफ्तारी की घोषणा की थी.