“विद्यार्थी परिषद एकमात्र ऐसा छात्र संगठन है जो पद कि नहीं बल्कि दायित्वों की बात करता है”
अभाविप की नवीन कार्यकारिणी का गठन
बिलासपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की नवीन कार्यकारिणी गठन का कार्यक्रम तिलक नगर के सरस्वती शिशु मंदिर में रखा गया। वैसे तो अभाविप की परंपरा के अनुसार नवीन कार्यकरिणी का गठन अभाविप के स्थापना दिवस 9 जुलाई को ही बड़े धूमधाम से पर्व के रूप में मनाया जाता है, परन्तु इस वर्ष कोविड 19 को ध्यान में रखते हुए यह कार्यक्रम संक्षिप्त रूप में आज संपन्न हुआ। कार्यकारिणी गठन के इस मौके पर अभाविप के मध्य क्षेत्र संगठन मंत्री चेतस सुखाडिय़ा, प्रांत संगठन मंत्री आदिशेषु, प्रांत मंत्री शुभम जैसवाल, विभाग प्रमुख अनिरुद्ध द्विवेदी विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस अवसर पर पहले चुनाव अधिकारी के द्वारा महानगर की पुरानी कार्यकारिणी भंग की गई। इसके बाद नवीन कार्यकारिणी की घोषणा की गई। जिसमें महानगर अध्यक्ष के रूप में राजू गोसाला का नियुक्ति हुईं व अन्य दायित्वों के लिये निम्न कार्यकर्ताओं का चयन किया गया।
नवगठित कार्यकारिणी
जिसमें महानगर मंत्री आयुष तिवारी। महानगर उपाध्यक्ष विनोद निर्मलकर व शैलेश द्विवेदी। महानगर सहमंत्री सृजन पांडे, हर्ष सौदर्शन, प्रतीक्षा पांडे, प्रियांशु राणा। महानगर कार्यालय प्रमुख प्रकाश श्रीवास, सह प्र.- अनिमेष सोनी। महानगर कोषाध्यक्ष प्रमुख शिवराज शिवा पांडे, सह प्र. विराट द्विवेदी। सोशल मीडिया प्रमुख श्रेयश अवस्थी, सह प्र. अनुराग यादव, हरिशंकर तिवारी। एसएसडी (सेवार्थ विद्यार्थी) प्रमुख प्रतीक पांडे, सह प्र. देव यादव, सह प्रमुख विमंथ सराफ। महाविद्यालयीन कार्य प्रमुख विजय तिवारी, सह प्र. हिमांशु कश्यप, श्रीजन तिवारी, एस एफ एस (स्टूडेंट फॉर सेवा) प्रमुख प्रेम मानिकपुरी, सह प्र. कामिनी यादव। राष्ट्रीय कला मंच प्रमुख प्रफुल्ल जोशी, सह प्र. प्रेमलता साहू, भुवनेश्वरी देवांगन। विद्यालयीन कार्य प्रमुख ममता दुबे, सह प्र. निशा साहू, सावंत गुप्ता। छात्रावास कार्य प्रमुख राघवेंद्र राठौर, अग्रसेन राजपूत। क्रीड़ा कार्य प्रमुख सौरभ गुरद्वान, अक्षय वर्मा। तकनीकी छात्र कार्य प्रमुख कुणाल मिश्रा, सह प्र. हिमांशु कौशिक, विनय कुर्रे। एग्रीविजऩ छात्र कार्य प्रमुख दीनानाथ यादव, सुनील पटेल। जिज्ञासा छात्र कार्य प्रमुख सुशांत पांडे, सह प्र. अंकुर श्रीवास्तव। केंद्रीय विश्वविद्यालय कार्य प्रमुख राजीव सिंह। महानगर कार्यकारिणी सदस्य रौनक केसरी, सृष्टि सैंड्री, राहुल साहू, दीक्षा तिवारी, भाव्या शुक्ला, प्रवीण साहू। भाग संयोजक पूर्व कैलाश राजपूत, पश्चिम आदर्श तिवारी, उत्तर वेदांश गुरद्वान, दक्षिण विमंथ सराफ। इस मौके पर विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए क्षेत्रीय संगठन मंत्री चेतस सुखाडिय़ा ने कहा कि ‘अपने स्थापना काल से ही विद्यार्थी परिषद का ध्येय युवाओं में व्याप्त अपरिमित शक्ति का सदुपयोग करते हुए उस ऊर्जा को सकरात्मक तरीके से राष्ट्र निर्माण में लगाना रहा है। और देश के अंदर राष्ट्रवादी विचारों का प्रचार प्रसार रहा है। विद्यार्थी परिषद का यह सुविचारित मत रहा है कि छात्र कल का नहीं बल्कि आज का नागरिक है और उसका देश के प्रति, देशवासियों के प्रति कुछ जिम्मेदारियां ह,ै जिसका निर्वहन वह विद्यार्थी परिषद में रहते हुए अच्छे से करता है। हमारे संस्कारों में रहा है कि शिक्षा जीवन के लिए है और जीवन वतन के लिए है, और जब भी हम कार्यकरिणी गठित करते हैं तो उस वक्त यह संकल्प भी लेते हैं कि हम तो निश्चित तौर पर राष्ट्रवाद को पूर्णत: समर्पित होंगे ही साथ ही अपने आसपास के लोगों को भी इसी सकारात्मक दिशा पर अग्रसर करेंगेÓ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रान्त संगठन मंत्री आदिशेषु ने कहा कि विद्यार्थी परिषद एकमात्र ऐसा छात्र संगठन है जो पद कि नहीं बल्कि दायित्वों की बात करता है और यह इसलिए क्योंकि हमारा मानना है कि हम जँहा कंही भी रहें पहले हमारे दायित्व आते हैं कि हमें क्या करना चाहिए या हम क्या कर सकते हैं जिससे कि संगठन के पुनीत लक्ष्य की प्राप्ति में सहायता पहुंचाई जा सके। दूसरी बात है कि दायित्व से कत्र्तव्य जुड़ता है जबकि जब हम पद की बात करते हैं तो वह अधिकार की बात करता है, और विद्यार्थी परिषद सदैव से ही कत्र्वयों की बात करता है कि राष्ट्र के प्रति, समाज के प्रति, शिक्षा जगत के प्रति हमारे कत्र्तव्य क्या होने चाहिए क्योंकि जैसे ही हम अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं वह स्वत: ही किसी अन्य के अधिकार बन जाते हैं, इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर पूरी कार्यकारिणी आज से ही पूरे उत्साह के साथ राष्ट्रसेवा के कार्य में लग जाए।
कार्यक्रम में उपस्थित प्रान्त मंत्री शुभम जैसवाल ने नवीन कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा दायित्ववान कार्यकर्ता का मतलब यह नहीं होता कि वह किसी कार्यकर्ता से अलग हो गया है या कुछ विशेष हो गया है, अपितु इसका तात्पर्य इतना मात्र है कि संगठन के कार्यों को सुनियोजित करने के लिए वह एक जरिया बन चुका है, जैसे आप एक कार्यकर्ता हैं वैसे ही मैं भी एक कार्यकर्ता हूं फर्क बस इतना है कि आप महनगर के स्तर पर संगठन के कार्यों को सुनियोजित करते हैं और मैं प्रदेश के स्तर पर। हम सभी को एक दूसरे के साथ कंधा से कंधा मिलाकर काम करने की जरुरत है।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से मोरध्वज पैकरा, निलय तिवारी, बीका गोरख, अंकित पाल, गिरजा शंकर यादव, शरद चक्रवर्ती, विभोर सिंह ठाकुर आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।