Joint pain : गठिया के रोगी इस सफेद चीज से रहें दूर, बढ़ सकती है जोड़ों में सूजन
गठिया के रोगियों को चीनी से परहेज करने के लिए कहा जाता है। अधिक मात्रा में चीनी का सेवन शरीर में सूजन का कारण बन सकता है। जिससे आर्थराइटिस होने की संभावना बढ़ जाती है।
अगर आपको गठिया की समस्या है और आप शरीर में लगातार सूजन का अनुभव कर रहे हैं, तो सावधान हो जाइए। क्योंकि यह आपके शरीर में चीनी की मात्रा बढऩे का संकेत है। कई अध्ययनों से पता चला है कि गठिया के रोगियों को चीनी का सेवन करते समय सावधानी बरतनी चाहिए। इसके सेवन से व्यक्ति में सूजन बढ़ जाती है।
आपको बता दें कि गठिया एक ऐसी स्थिति है जो सूजन के कारण हड्डियों और जोड़ों को बहुत प्रभावित करती है। कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं, जिनका मरीजों को ज्यादा परहेज करना चाहिए, क्योंकि आगे चलकर ये खाद्य पदार्थ सूजन का कारण बन सकते हैं। जिसमें चीनी का सेवन सबसे ज्यादा खतरनाक है। दरअसल, चीनी शरीर में सूजन को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार है। ज्यादा मात्रा में चीनी खाने से गठिया सहित अन्य बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए गठिया से पीडि़त मरीजों को सूजन पैदा करने वाले खाद्य पदार्थों और शुगर का कम सेवन करने की सलाह दी जाती है। तो चलिए आज के इस आर्टिकल में जानते हैं गठिया के रोगियों को चीनी खाने से क्यों बचना चाहिए।

जोड़ों में सूजन आने पर गठिया रोग होता है, जिसे आर्थराइटिस भी कहते हैं। आर्थराइटिस कई प्रकार का होता है, जैसे आस्टियोआर्थराइटिस, रूमेटाइड आर्थराइटिस और सोरायटिक आर्थराइटिस । हालांकि यह स्थिति बुजुर्ग लोगों में होना बहुत आम है, लेकिन दुर्भाग्य से अब कम उम्र वाले लोग भी इस बीमारी का शिकार हो रहे हैं। रूमेटाइड आर्थराइटिस की समस्या घुटनों, कलाई और हाथों में जोड़ों को प्रभावित करती है। वहीं आस्टियोआर्थरइटिस सबसे ज्यादा घुटनों और कूल्हों पर असर डालता है।
जब किसी व्यक्ति को ऑस्टियोआर्थराइटिस होता है, तो समय के साथ जोड़ों में टिशू टूटने लगते हैं। 217 रोगियों पर हुए अध्ययन में पाया गया कि चीनी युक्त खाद्य पदार्थ उनके आर्थराइटिस के लक्षणों को प्रभावित करते हैं। रोगियों ने बताया कि चीनी के साथ सोडा ऐसा आइटम था, जिन्होंने उनके आर्थराइटिस को बदतर बना दिया।
गठिया रोग में शक्कर से परहेज क्यों



सुगंधित पेय गठिया रोगियों के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं। अध्ययनों से पता चला है कि सुगंधित पेय जैसे सोडा शरीर में सूजन को बढ़ाने के लिए जाने जाते हैं। इसके अलावा सोडा में फॉस्फेट की उच्च मात्रा होती है। यदि फॉस्फेट कैल्शियम के साथ ठीक से संतुलित न हो, तो यह हड्डियों को नुकसान पहुंचा सकता है। सोडा की एक औसत मात्रा 150 कैलोरी होती है। बता दें कि सोडा की औसत कैन में औसतन 10 चम्मच चीनी होती है।
तो कितनी चीनी का सेवन करना चाहिए

आर्थराइटिस के मरीजों को चीनी का कम सेवन करने का सुझाव दिया जाता है। तो ऐसे में उन्हें कितनी चीनी अपने आहार में शामिल करनी चाहिए। सीडीसी के अनुसार गठिया के मरीजों को दैनिक कैलोरी का 10 प्रतिशत से कम शक्कर का सेवन करना चाहिए। इसका मतलब यह है कि दिन में 2000 कैलोरी की डाइट में 200 से ज्यादा कैलोरी या 12 चम्मच से ज्यादा शक्कर न खाएं।