हवाईसुविधा जनसंघर्ष समिति ने पीडब्लूडी ई ई से भेंट कर एयरपोर्ट के काम जल्दी करने कहा
बिलासपुर. हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति के प्रतिनिधि मंडल ने आज पी डब्लू डी के इ इसे भेंट कर एयरपोर्ट के काम प्राथमिकता से करने को कहा। गौरतलब है कि एयरपोर्ट में नाइट लैंडिंग और टर्मिनल विस्तार के के कार्य लंबित है जिनके पुरे होने से उड़ान की संख्या बढ़ेगी।
आज समिति ने यह मुलाकात इसलिए की क्योकि २४ करोड़ की राशि स्वीकृत होने के बाद अभी तक टेंडर जारी नहीं हुआ है. पी डब्लू डी के इ इ श्री कापसे ने बताया कि अभी केवल १० करोड़ की राशि पी डब्लू डी के खाते में डाली गयी है जबकि काम २४ करोड़ के होने है. इस पर समिति ने कहा कि इस स्तर पर पूरी राशि होना या नहीं होना महत्वपूर्ण नहीं है क्योकि राशि की उपलब्धता वर्क आर्डर के समय देखि जाती है. अभी तो टेंडर होने और ठेकेदार चयनित होने में एक माह लग जाएगा तब तक पूरी राशि आ ही जायेगी. अन्यथा काम दो हिस्सों में करवा दीजिये.
पीडब्लूडी के इ इ श्री कापसे ने एयरपोर्ट में में डायरेक्टर और सुरक्षा अधिकारी के पद संविदा के होने का मुद्दा उठा कर कहा की उनके साथ काम करने में जवाबदारी किसकी होगी. इस पर समिति ने कड़ी आपत्ति करते हुए कहा कि यह आपका विषय नहीं है और शासन ने यह निर्णय लिए है. साथ ही बिलासा बाई केंवट एयरपोर्ट कलेक्टर बिलासपुर के अधीन है और उनके अधीन पी डब्लू डी को एजेंसी के रूप में कार्य करना है. इस कारण यह सारी आपत्तियां किनारे कर पी डब्लू डी को अपना काम तेजी से करना चाहिए.
इसके बाद इ इ श्री कापसे ने 40 के प्रोजेक्ट के लिए कंसलटेंट ना होने का मुदा उठाया जिस पर समिति ने साफ़ किया कि वर्तमान में जो काम किया जाने वाला है उसका इससे कोई सम्बन्ध नहीं है ऐसे में इन बातो के कारण नाईट लैंडिंग और टर्मिनल बिल्डिंग विस्तार के काम को विलम्बित नहीं किया जा सकता. पूरी बातचीत के बाद इ इ श्री कापसे ने एक सप्ताह में नाईट लैंडिंग और टर्मिनल बिल्डिंग विस्तार के काम की तकनिकी स्वीकृति जारी होने की उम्मीद जताई और कहा की इसके तुरंत बाद टेंडर जारी होगा. समिति ने कहा कि पी डब्लू डी से आम जनता को बहुत उम्मीद है इसलिए किसी भी काम को अनावश्यक विलम्बित ना किया जाए. साथ ही समिति ने राज्य सरकार से १४ करोड़ की राशि शीघ्र पी डब्लू डी के खाते में जमा करवाने की मांग भी की. आज मुलाकात करने वाले समिति के प्रतिनिधि मंडल में संजय पिल्ले, नवीन वर्मा, देवेंद्र सिंह, समीर अहमद, बद्री यादव, अनिल गुलहरे, विजय वर्मा, अश्विनी ताम्रकार और सुदीप श्रीवास्तव उपस्थित थे।