May 31, 2022
उष्ट्रासन का अभ्यास करने से शरीर बनेगा लचीला, जानिए फायदे और विधि
आज हम आपके लिए उष्ट्रासन योगा के फायदे लेकर आए हैं ये शरीर में ऊर्जा का संचार करने में मदद करता है. यह संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है, पहला उष्ट्र यानी ऊंट और दूसरा आसन यानी मुद्रा. इसलिए इस योगासन को अंग्रेजी में Camel Pose भी कहा जाता है. उष्ट्रासन के अभ्यास से शरीर लचीला बनता है. आइए नीचे इसके बारे में विस्तार से जानते हैं…
उष्ट्रासन करने की विधि
- इस आसन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर घुटने के सहारे बैठ जाएं.
- अब घुटनों की चौड़ाई कंधों के बराबर रखें और तलवें पूरे फैले हुए आसमान की तरफ रखें.
- फिर अपनी रीढ़ की हड्डी को पीछे की तरफ झुकाते हुए दोनों हाथों को एड़ियों पर टिकाने की कोशिश करें.
- इस दौरान आपकी गर्दन पर अत्यधिक दबाव ना पड़े और कमर से लेकर घुटनों तक का हिस्सा सीधा रहे.
- इसी स्थिति में 5 से 10 बार गहरी सांस लें और फिर धीरे सामान्य स्थिति में आ जाएं.
उष्ट्रासन के जबरदस्त लाभ
- ये आसन पूरे शरीर को खोलने में मददगार है.
- कंधे, छाती और कमर बहुत मजबूत बनती है.
- शरीर को बेहतर तरीके से लचीला बनाता है.
- कमर के निचले हिस्से में होने वाले दर्द से राहत.
- चिंता-थकान और तनाव को दूर करता है.
- आपके फेफड़ों को खोलने में मदद करता है.
- मासिक धर्म के दर्द से राहत दिलाता है.
उष्ट्रासन का अभ्यास करते वक्त रखें ये सावधानियां
- गर्दन में तनाव या चोट होने पर इसका अभ्यास न करें.
- लो ब्लड प्रेशर के रोगी भी इस आसन को करने से बचें.
- घुटनों में दर्द होने पर आप इसका अभ्यास न करें.