नई दिल्ली. भगवान विष्णु (Lord Vishnu) को प्रिय तुलसी के पौधे का सनातन धर्म में बहुत महत्व है. घर में इस पवित्र पौधे (Holy Plant) का होना बहुत शुभ माना जाता है. वहीं इसके कई औषधीय फायदे भी हैं. यह पौधा ढेर सारी सकारात्मक ऊर्जा देता है. तुलसी के पौधे (Tulsi Plant) के इन फायदों को
नई दिल्ली. शक्ति की साधना का पर्व नवरात्रि (Navratri) शुरू होने में अब कुछ ही दिन बाकी हैं. वैसे तो साल में 4 बार नवरात्रि आती हैं लेकिन इस पर्व की सबसे ज्यादा धूम अश्विन महीने की नवरात्रि (Ashwin Month Navratri) में देखने को मिलती है क्योंकि इसमें शक्ति की साधना करने के साथ-साथ उत्सव
नई दिल्ली. किसी भी ग्रह का राशि परिवर्तन (Rashi Parivartan) सभी राशियों (Zodiac Signs) पर कम-ज्यादा असर डालता ही है लेकिन राशि बदलने वाला ग्रह जिंदगी के अहम पहलुओं का प्रतिनिधित्व करने वाला हो तो असर ज्यादा दिखाई देता है. जिंदगी में सुख-समृद्धि, दांपत्य, सौंदर्य के कारक ग्रह शुक्र (Venus) जिंदगी के इन बेहद महत्वपूर्ण पहलुओं
नई दिल्ली. शनि की साढ़े साती (Shani Sade Sati) और ढैय्या (Dhaiya) सुनकर ही लोगों के मन में डर पैदा हो जाता है. कर्मों के अनुसार फल देने वाले शनि देवता (Shani Dev) इन महादशाओं में जातकों पर अच्छा-बुरा दोनों ही तरह का असर डालते हैं और उसका असर जिंदगी को उलट-पुलट कर देता है. कहते
नई दिल्ली. पितृ पक्ष (Pitru Paksha) या श्राद्ध पक्ष (Shradh Paksha) को लेकर एक सबसे अहम बात कही जाती है कि इस दौरान कोई भी शुभ काम नहीं करना चाहिए. यहां तक कि 15 दिनों की इस अवधि में शॉपिंग (Shopping) करने की भी मनाही की गई है. ज्योतिषाचार्य मदन गुप्ता सपाटू के मुताबिक पितृ पक्ष
नई दिल्ली. जिंदगी में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं और ज्योतिष (Astrology) के जरिए इनके बारे में जाना जा सकता है. आने वाले 8 दिनों की बात करें तो ज्योतिषीय गणना के मुताबिक यह समय 5 राशियों (Zodiac Signs) के लिए शानदार साबित होगा. तुला राशि (Libra) में मौजूद शुक्र ग्रह (Venus) 2 अक्टूबर 2021 तक इसी
नई दिल्ली. ग्रहों में बृहस्पति को सबसे प्रभावशाली ग्रह माना जाता है. अगर कुंडली में गुरु ग्रह उच्च भाव में और मजबूत है तो व्यक्ति की सारी समस्याएं दूर हो जाती हैं और उसकी प्रगति को कोई नहीं रोक सकता. गुरु वैवाहिक जीवन और भाग्य का कारक ग्रह है. लेकिन अगर गुरु कमजोर स्थिति में
नई दिल्ली. पैसे-रुपये और तरक्की भला किसे पसंद नहीं होती. लेकिन कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जिनके हाथ में पैसे टिकते ही नहीं. पैसे आते तो हैं लेकिन उसी रफ्तार से खर्च भी हो जाते हैं. ऐसी स्थिति में पैसों की तंगी के चलते घर में लड़ाई-झगड़े होने लगते हैं और इंसान की सुख
नई दिल्ली. पितरों की आत्मा की शांति के लिए पितृ पक्ष (Pitru Paksha) में तर्पण-श्राद्ध (Tarpan-Shradh) किया जाता है. पितृ इससे खुश होकर आशीर्वाद देते हैं और जिंदगी में सुख-समृद्धि देते हैं. यदि पूर्वजों (Ancestors)की कृपा आप पर हो रही है तो इसके संकेत भी पितृ पक्ष में नजर आते हैं. ये संकेत (Indications) बताते हैं
नई दिल्ली. भाद्रपद महीने की पूर्णिमा यानी कि आज 20 सितंबर 2021 से पितृ पक्ष (Pitru Paksha 2021) शुरू हो रहे हैं. हिंदू धर्म में पितृ पक्ष को बहुत अहम माना गया है. 15 दिनों के इस समय में लोग अपने पूर्वजों (Ancestors) को याद करक उनकी आत्मा की शांति के लिए पिंडदान, तर्पण, श्राद्ध
नई दिल्ली. शनि का प्रकोप जिंदगी में कई संकट लाता है इसलिए लोग शनि की दशा के बदलने का इंतजार करते हैं. अगले महीने अक्टूबर में शनि ग्रह की स्थिति में एक अहम बदलाव होने जा रहा है. ज्योतिष के मुताबिक अभी वक्री चाल चल रहे शनि 11 अक्टूबर से सीधी चाल चलना शुरू करेंगे. इससे
नई दिल्ली. 10 दिन पहले गणेश चतुर्थी को अपने भक्तों के साथ रहने आए गणपति आज अनंत चतुर्दशी (19 सितंबर 2021, रविवार) को विदा लेंगे. अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) के दिन गणपति का जल में विसर्जन किया जाता है. इससे पहले विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. कहते हैं कि जाते-जाते विध्नहर्ता गणपति अपने भक्तों के सारे
नई दिल्ली. सफल, सम्मानजनक और समृद्ध जीवन के लिए कुंडली में सूर्य (Surya) की स्थिति बहुत महत्वपूर्ण होती है. कुंडली में सूर्य मजबूत हो तो व्यक्ति खूब नाम कमाता है, उसका व्यक्तित्व प्रभावशाली होता है और वह आत्मविश्वास से भरा होता है. जातक के अपने पिता, गुरु के साथ अच्छे रिश्ते रहते हैं. जबकि इसके
नई दिल्ली. गणपति (Ganpati) की विदाई में अब कुछ ही घंटे ही बाकी हैं. भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की गणेश चतुर्थी पर विराजे गणपति 10 दिन बाद अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) को विदा लेते हैं. इस साल अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi 2021) 19 सितंबर, रविवार को है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की
नई दिल्ली. जिस तरह जन्म (Birth) से पहले व्यक्ति 9 महीने तक गर्भ में रहता है और धीरे-धीरे बढ़ता है, वैसे ही मौत (Death) से पहले के 9 महीने की अवधि में भी व्यक्ति के शरीर में कई अहम बदलाव आते हैं. ये मौत आने के संकेत होते हैं. समय के साथ मौत के नजदीक आने
नई दिल्ली. वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) और ज्योतिष (Astrology) में नमक के बहुत अहम उपाय बताए गए हैं. नमक (Salt) वास्तु दोषों के कारण पैदा हुई निगेटिव एनर्जी (Negative Energy) को दूर करता है. इसके अलावा आर्थिक स्थिति बेहतर करने में भी नमक बहुत उपयोगी है. वास्तु के अलावा राहु (Rahu) से भी नमक का
नई दिल्ली. व्यक्ति अपने जीवन में धन कमाने के लिए मेहनत करता है. हर कोई चाहता है कि उसका पर्स (wallet) हमेशा रुपयों से भरा रहे. धन से दुनिया में कुछ भी पाया जा सकता है. पैसों से सभी सुख सुविधाएं मिल सकती हैं. पैसे कमाने के लिए केवल मेहनत नहीं भाग्य (Luck) का तेज होना
नई दिल्ली. हिंदू धर्म में विश्वास रखने वाले कई लोग वास्तु को बहुत मानते हैं. घर, जमीन, व्यापार समेत सभी तरह के शुभ काम वास्तु के अनुसार करते हैं. वास्तु में कुछ चीजों का फर्श पर गिरना अशुभ माना गया है. वास्तु के अनुसार अगर ये 4 चीजें जमीन पर गिरती हैं तो घर के लोगों
नई दिल्ली. मौत (Death) से सभी डरते हैं लेकिन उसके बारे में ज्यादा से ज्यादा जानना भी चाहते हैं. मरते समय कैसा महसूस होता है इसे लेकर कई खोज और अध्ययन भी चलते रहते हैं. मौत, उसके बाद आत्मा की यात्रा और मरने से पहले के संकेतों (Indications) आदि के बारे में धर्म-पुराणों में विस्तार
नई दिल्ली. कुछ लोग बहुत प्रभावशाली होते हैं. उनकी पर्सनालिटी (Personality) लोगों पर गहरा असर छोड़ती है. लोग उनकी बात सुनते हैं, मानते हैं. वहीं कुछ लोगों का होना या न होना माहौल पर कुछ खास फर्क नहीं डालता है. ज्योतिष (Astrology) के मुताबिक इसके पीछे लोगों की राशि (Zodiac Sign) भी वजह होती है.