त्योहारों के दौरान अनहेल्दी खानपान के कारण अक्सर सेहत खराब हो जाती है। इसके साथ ही पेट में कब्ज और एसिडिटी सहित कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लेकिन दीवाली के मौके पर अच्छी सेहत के लिए आप हेल्दी फूड का विकल्प चुन सकते हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे फिट रहने के
फिटनेस फ्रीक लोग इन कम कैलरी की मिठाइयों के साथ दिवाली का आनंद उठा सकते हैं। इससे इनका गैरजरूरी फैट भी नहीं बढ़ेगा और ये मिठाइयों का स्वाद भी ले पाएंगे… हम सभी को मिठाई खाना बहुत पसंद है। इसमें आपकी या हमारी कोई गलती नहीं है, क्योंकि एक तो दिवाली त्योहार ही मिठाइयों का
त्योहारों के दौरान अनहेल्दी खानपान के कारण अक्सर सेहत खराब हो जाती है। इसके साथ ही पेट में कब्ज और एसिडिटी सहित कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लेकिन दीवाली के मौके पर अच्छी सेहत के लिए आप हेल्दी फूड का विकल्प चुन सकते हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे फिट रहने के
वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण बुजुर्गों में सांस लेने में तकलीफ सहित कई समस्याएं बढ़ रही हैं। वायु प्रदूषण भारत में मौत का तीसरा सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है। इस लेख में हम आपको वायु प्रदूषण का बुजुर्गों की सेहत पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बताएंगे। भारत सहित पूरी
नैचरल स्वीटनर्स आमतौर पर शुगर पेशंट्स के लिए एक सुरक्षित विकल्प माने जाते हैं। लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। यहां जानिए, प्राकृतिक रूप से मीठे फलों में से किन फलों का सेवन शुगर के रोगी कर सकते हैं और किन फलों से उन्हें बचना चाहिए… शहद, खजूर, गुड़ और गन्ना जैसे नैचरल स्वीटनर्स के उपयोग
दिवाली पर शुगर के मरीज किन मिठाइयों का और कितनी मात्रा में सेवन कर सकते हैं, बता रहे हैं इंटरनल मेडिसिन एक्सपर्ट डॉक्टर संजय गुप्ता… दिवाली मिठाइयों का त्योहार है। अलग-अलग फ्लेवर की मिठाइयों के बिना इस त्योहार की रंगत अधूरी रहती है। लेकिन शुगर के मरीजों का क्या? हमारे देश में करोड़ों की संख्या
दिवाली फेस्टिव वीक में एक के बाद एक यानी बैक-टु-बैक आनेवाले सभी त्योहार एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। यहां जानिए कि त्योहारों की इस इंटरलिंकिंग का सेहत से क्या कनेक्शन है। साथ ही यह भी कि दिवाली के बाद कढ़ी-चावल क्यों खाए जाते हैं… हमारे देश में तीज-त्योहार और सेहत का आपसी मेल बहुत ही
ऐसे पुरुषों की संख्या बहुत बड़ी है जो कॉन्डम के फायदे जानते हुए भी उसके उपयोग को पसंद नहीं करते हैं। हालांकि इनमें से ज्यादातर कारण सिर्फ मनोवैज्ञानिक होते हैं। यहां ऐसे ही कुछ कारणों के बारे में बताया गया है… आज कॉन्डम के उपयोग को लेकर बात करना जितना सहज है, कुछ साल पहले
रोटी के कोर का सही आकार जानकर आप अपना बढ़ता वजन प्राकृतिक तरीके से कंट्रोल कर सकते हैं। यहां जाने, बिना किसी खास मेहनत के वजन को नियंत्रित करने का तरीका… खाना खाते समय अक्सर लोगों के मन में यह सवाल आता है कि रोटी के कोर का सही आकार कितना होना चाहिए। क्योंकि डॉक्टर्स
इस दिवाली दोस्तों और रिश्तेदारों को मिठाई की जगह क्या-क्या फूड आइटम्स दिए जा सकते हैं, जिनसे संक्रमण भी ना फैले और त्योहार की मिठास भी बनी रहे। उनके बारे में यहां जानें… यह दिवाली यानी Diwali 2020 हर साल की अपेक्षा बहुत अलग और खास है। कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण इस बार
मुंबई. वाशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन (Washington University School of Medicine) के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए नए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि आंखों में मौजूद कॉर्निया कोरोना वायरस (SARS-Cov-2) के संक्रमण का प्रतिरोध करता है. अन्य वायरस जैसे सिंप्लेक्स और जीका वायरस कॉर्निया को प्रभावित करते हैं, जबकि कोरोना वायरस यहां खुद को
कागज के बने एक बार इस्तेमाल करने योग्य कपों से चाय पीना सेहत के लिए हानिकारक है और यदि कोई व्यक्ति उनमें दिन में तीन बार चाय पीता है तो उसके शरीर में प्लास्टिक के 75,000 सूक्ष्म कण चले जाते हैं। आईआईटी खड़गपुर के एक अध्ययन में यह बात सामने आई है। अनुसंधान का नेतृत्व
सर्दियों में हवा की गुणवत्ता खराब हो जाती है। इस दौरान दूषित हवा में सांस लेने से फेफड़ों से जुड़ी कई बीमारियां होने लगती हैं । लेकिन हर्बल चाय का सेवन करने से फेफड़े साफ रहते हैं। इस लेख में हम आपको वायु प्रदूषण से बचने के लिए हर्बल चाय के फायदे के बारे में
कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों को शरीर में विटामिन डी की पूर्ति करने की सलाह दी जाती है। ये एक इकलौता विटामिन है, जिसे शरीर में सूरज की रोशनी से उत्पन्न किया जा सकता है और इन फूड्स को शामिल करके भी शरीर में इसकी मात्रा को बढ़ा सकते हैं। विटामिन डी इंसान के शरीर
नई दिल्ली. अगर आप वजन को लेकर चिंता करते हैं, कि कैसे वजन घटाएं. तो आपको ज्यादा चिंता करने की जरूर नहीं है. आपको भारी भरकम एक्ससाइज (Exercise) और फास्ट (Fast) रखकर भी आप वजन कम नहीं कर सकते हैं. बस आपको ये सब करने की जरूरत है जो अभी हम आपको बताने जा रहे
नई दिल्ली. भारतीय लोग खाने में कई तरह के हर्ब्स और मसाले का इस्तेमाल करते हैं, जिससे खाने का स्वाद भी बढ़ता है और इनसे सबसे ज्यादा हमारे स्वास्थ्य को फायदा होता है. जैसे हल्दी कई बीमारियों को दूर करती हैं, वहीं लौंग कफ ( Cough) और कोल्ड को दूर करती है और अजवाइन पेट
दूध प्रोटीन का मुख्य सोर्स है। इसी कारण लोगों को हर दिन दूध के सेवन की सलाह दी जाती है। जबकि दूध की यही खूबी कुछ लोगों को बीमार कर देती है… हम सभी जानते हैं कि दूध पीना सेहत के लिए बहुत जरूरी होता है। क्योंकि यह शरीर में सभी जरूरी पोषक तत्वों की
सर्दियों में रोजाना गुड़ खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। गुड़ में वजन घटाने से लेकर इम्यूनिटी बढ़ाने तक कई फायदे छिपे हैं। रात में सोने से पहले गुड़ का सेवन करें। गुड़ सेहत के लिए कई मायनों में फायदेमंद है। इसमें प्राकृतिक मिठास पायी जाती है, इसलिए लोग आमतौर पर भोजन के बाद
नई दिल्ली. आज की भागदौड़ वाली जिंदगी में योग करना बहुत जरूरी है. जिस तरह से लोग अनेक तरह की बिमारियों से घिर रहे हैं उसमें योग ही स्वस्थ रहने का एकमात्र आसान और उत्तम उपाय है. आज बात शलभासन की योग की अनेक मुद्राएं हैं, जिसमें ‘शलभासन’ एक प्रमुख आसन है. ‘शलभ’ का अर्थ
कोरोना वायरस के चलते हर इंसान खुद को हेल्दी रखने के लिए क्या कुछ नहीं कर रहा। इम्यूनिटी को मजबूत बनाने के लिए हर घर में काढ़े का सेवन किया जा रहा है। क्या आप जानते हैं जिस काढ़े को आप स्वस्थ्य रहने के लिए पी रहे हैं अगर उसका सेवन सही तरीके से ना