VIDEO : कांग्रेस नेता संजू त्रिपाठी को मौत के घाट उतारने की योजना बनाने वाले परिजन गिरफ्तार, शूटर तक नहीं पहुंच सकी पुलिस
बिलासपुर/अनिश गंधर्व. कांग्रेस नेता प्राणनाथ त्रिपाठी उर्फ संजू को मौत के घाट उतारने की योजना बनाने वाले पिता-पुत्र बहु और अन्य लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है किंतु घटना को अंजाम देने वाले शूटर पुलिस पकड़ से बाहर है। आनन-फानन में बिलासपुर पुलिस ने गोली कांड का खुलासा करते हुए आरोपी कपिल त्रिपाठी के पिता, पत्नी व उसका साथ देने वाले अन्य आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर ने घटना का खुलासा करते हुए मीडिया को बताया कि पुलिस को पहले से ही मृतक के भाई कपिल त्रिपाठी पर शक था जो घटना के बाद फरार चल रहा था। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि कपिल त्रिपाठी वारदात के दौरान उपस्थित नहीं था उसके द्वारा तैनात के किए गए लोगों ने घटना को अंजाम दिया है। बहरहाल पुलिस ने कपिल त्रिपाठी व घटना में शामिल उसके लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि संजू पर गोली चलाने वाले मुख्य शूटर की तलाश जा रही है। इस मामले में कुल कितने लोगों को पूछताछ के लिए पकड़ा गया और छोड़ा गया इसकी जानकारी नहीं दी गई है। कांग्रेस नेता प्राणनाथ त्रिपाठी उर्फ संजू की हत्या मामले को पुलिस ने अपने स्तर पर संपूर्ण रूप से सुलझा लिया है।
मृतक की पत्नी किरण त्रिपाठी से पूछताछ करने पर वह बतायी कि मृतक संजू त्रिपाठी का अपने पिता जयनारायण त्रिपाठी तथा सगे छोटे भाई कपिल त्रिपाठी से पैतृक संपत्ति को लेकर विवाद था। पिता जयनारायण त्रिपाठी तथा सगे छोटे भाई कपिल त्रिपाठी के द्वारा योजना बनाकर हत्या करने की आशंका जताई। प्रारंभिक जानकारी प्राप्त होने पर वरिष्ठ अधिकारियो के दिशा निर्देश पर संदेही तथा अज्ञात आरोपियो की पतासाजी हेतु टीम गठित कर विभिन्न क्षेत्रों में रवाना किया गया। विवेचना पतासाजी के दौरान आरोपियों द्वारा घटना में उपयोग किये गये बेलेनो कार को कोटा रोड पर स्थित ग्राम पोड़ी, स्कार्पियो वाहन को भिलाई, ऐलेन्द्रा कार को मुंगेली रोड पर स्थित दाउ मेडिकल स्टोर के पास से बरामद किया गया है। मृतक की पत्नी से प्राप्त जानकारी के आधार पर मृतक के पिता आरोपी जय नारायण त्रिपाठी को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई तथा उसके मोबाईल का परीक्षण अवलोकन किया गया। जिससे यह तथ्य ज्ञात हुआ कि संदेही जय नारायण त्रिपाठी के कुल सगे चार पुत्र-पुत्री है तथा आरोपी जय नारायण त्रिपाठी द्वारा एक लडक़ी को गोद लिया गया है। गोद ली हुई पुत्री पर मृतक संजू त्रिपाठी हमेशा बुरी नीयत रख उसका शारीरिक शोषण करता था। आरोपी जय नारायण त्रिपाठी की संपत्ति जो शनीचरी बिलासपुर में है, उसे अपने हिस्से में लिखवाने हेतु निरंतर दबाव बनाता था व अपने छोटे भाई कपिल त्रिपाठी को हिस्सा न देने हेतु भी दबाव बनाता था। उक्त संपत्ति को मृतक संजू त्रिपाठी अपने नाम पर पिता द्वारा लिखकर नहीं देने के कारण मृतक संजू त्रपाठी द्वारा कई बार अपने आरोपी पिता के साथ मारपीट हमला किया जा चुका है। प्रारंभिक विवेचना में यह भी तथ्य ज्ञात हुआ कि दत्तक पुत्री के साथ आरोपी जय नारायण त्रिपाठी का भी अवैध संबंध है। मृतक संजू त्रिपाठी द्वारा जय नारायण त्रिपाठी की दत्तक पुत्री के साथ बलपूर्वक शारीरिक संबंध बनाना व शनीचरी में स्थित मकान व दुकान जहां दत्तक पुत्री एवं उसका परिवार रहता था, उसे जय नारायण त्रिपाठी दत्तक पुत्री को देना चाहता था। पैतृक संपत्ति के बटवारे को लेकर निरंतर विवाद था। इसी विवाद के कारण आरोपी जय नारायण त्रिपाठी, आरोपी कपिल त्रिपाठी, दत्तक पुत्री, भरत तिवारी और आशीष तिवारी सभी के द्वारा एक राय होकर संजू त्रिपाठी की हत्या करने की योजना बनाया गया जिसकी पुष्टि जय नारायण के मोबाईल में सुरक्षित ऑडियो रिकार्ड से हुई है। जिसमें कपिल अपने पिता जय नारायण त्रिपाठी को बोल रहा है कि उसके द्वारा संजू त्रिपाठी हत्या करने के बाद कपिल त्रिपाठी को हत्या करने के पश्चात नेपाल भागने की बात भी बोल रहा है। जय नारायण त्रिपाठी, कपिल त्रिपाठी, दत्तक पुत्री भरत तिवारी और आशीष तिवारी द्वारा संजू त्रिपाठी की हत्या की योजना को मूर्त रूप देने के लिये के कपिल त्रिपाठी के द्वारा अपने नजदीकी सहयोगियो सुमीत निर्मलकर तथा प्रेम श्रीवास से राजू त्रिपाठी की हत्या करने के संबंध में चर्चा किया। तत्पश्चात कपिल त्रिपाठी के कहने पर प्रेम श्रीवास द्वारा उत्तरप्रदेश से 05 शूटर बुलाया गया। शूटर लगभग एक माह पूर्व बिलासपुर पहुंचे। जिनको कपिल त्रिपाठी द्वारा अपने घर के पास स्थित अपने ही फार्म हाउस शैलेन्द्र नगर अमेरी में रूकवाने की व्यवस्था किया। रायगढ़ निवासी एक हथियार सप्लायर के साथ कपिल त्रिपाठी एवं प्रेम श्रीवास अंबिकापुर गये, जहां कपिल त्रिपाठी द्वारा झारखंड के हथियार सप्लायर से दो लाख रूपये नगद देकर एक पिस्टल तथा 10 राउंड खरीदा था जिसका पता तलाश जारी है। कपिल त्रिपाठी अपने भाई संजू त्रिपाठी की हत्या करने के लिये बनाये गये योजना के अनुसार कपिल त्रिपाठी अपने साथ स्थानीय सहयोगी सुमीत निर्मलकर, प्रेम श्रीवास, अमन गुप्ता, भरत तिवारी, आशीष तिवारी, रवि तिवारी, राजेन्द्र ठाकुर को मृतक की गोली मारकर हत्या करने के अपराध को अंजाम देने के लिये शामिल किया गया। पूरी योजना को कपिल त्रिपाठी ही तैयार किया था। लगभग एक माह पूर्व से ही मृतक की हत्या कि का प्रयास जारी था। कपिल त्रिपाठी अपने भाई संजू त्रिपाठी की गतिविधी जानने के लिये अपने सहयोगियो के माध्यम से लगातार रेकी करा रहा था। संजू त्रिपाठी की हत्या करने के पश्चात सुमीत निर्मलकर और कपिल त्रिपाठी, प्रेम श्रीवास नेपाल भाग जायेंगे। सुमीत की पत्नी का घर नेपाल की सीमा पर है। इसकी व्यवस्था कपिल त्रिपार्क की पत्नी सुतित्रा त्रिपाठी द्वारा की जा रही थी। भरत तिवारी, आशीष तिवारी, रवि तिवारी हथियार के साथ गिर0 होते, उबल हथियार को नियोजित तरीके से दो नग पिस्टल को शनीचरी वाले घर तथा एक नग पिस्टल को भिलाई से योजना को कपिल त्रिपाठी ही तैयार किया था। लगभग एक माह पूर्व से ही मृतक की हत्या किये जाने का प्रयास जारी था। कपिल त्रिपाठी अपने भाई संजू त्रिपाठी की गतिविधी जानने के लिये अपने सहयोगियों के माध्यम से लगातार रैकी करा रहा था। संजू त्रिपाठी की हत्या करने के पश्चात सुमीत निर्मलकर और कपिल त्रिपाठी, प्रेम श्रीवास नेपाल भाग जायेंगे सुमीत की पत्नी का घर नेपाल की सीमा पर है। इसकी व्यवस्था कपिल त्रिपाठी की पत्नी सुतित्रा त्रिपाठी द्वारा की जा रही थी। भरत तिवारी, आशीष तिवारी, रवि तिवारी हथियार के साथ गिर0 होते. उक्त हथियार को नियोजित तरीके से दो नग पिस्टल को शनीचरी वाले घर तथा एक नग पिस्टल को भिलाई से जप्त कराते, जो इस घटना में प्रयुक्त ही नहीं हुये है। कपिल त्रिपाठी इन्हें न्यायालय से दोषमुक्त कराने का भी आश्वासन दिया था। दिनांक 14.12.2022 को कपिल त्रिपाठी के पास खबर आयी कि आज दोपहर को सजु त्रिपाठी अपने फार्म हाउस सांवाताल जाएगा। तब कपिल त्रिपाठी हम सभी को बताया कि संजू त्रिपाठी को सांवाताल से वापसी में उसकी हत्या करना है तब हम सभी आपस में मिलकर यह तय किये कि सकरी पुराना थाना चौक ब्रिज (खनिज बेरियर के सामने बायपास रोड ) पर स्थित स्पीड ब्रेकर में जब संजु त्रिपाठी अपनी कार की गतिसीमा को धीमी करेगा, इसी समय उसकी कार को घेर कर दोनों तरफ से फायरिंग कर सजू त्रिपाठी की हत्या कर देंगे। योजना के अनुसार सभी पहले से ही रेकी किये स्थान कोटा रोड में पोडी ग्राम की तरफ एक सुनसान जगह में नीले रंग की बेलेनो कार को छोडक़र कर डिजायर कार कमांक सीजी / 10/ बीएल / 0577 में पांचो शुटर एवं प्रेम श्रीवास भागेंगे तथा मेरी एलाट्रा कार में अमन गुप्ता, भरत तिवारी, आशीष तिवारी एवं रवि तिवारी बैठकर शहडोल जायेंगे तथा अमन वापस बिलासपुर आ जायेगा। कपिल त्रिपाठी पूर्व नियोजित तरीके से सुमीत निर्मलकर को सफेद स्कार्पियो से भिलाई पहुंचेगा और कपिल त्रिपाठी किसी अन्य साधन से मिलाई तक पहुच जाएगा। कपिल त्रिपाठी योजना बनाते समय बोला था कि मैं बाहर रहुंगा तो, तुम सभी को केस से बरी करा लूंगा और जल्दी बेल भी करा लूंगा, और जब-जब मै जिसको जिसको सरेंडर करने बोलूंगा सरेंडर करते जाना नीले रंग के बेलेनो कार में बाहर से आये हुये तीन शुटर बैठेंगे तथा अमन गुप्ता की डिजायर कार में दो शुटर को लेकर राजेन्द्र ठाकुर बैठा जो पहले से ही सकरी पुराना थाना चौक ब्रिज (खनिज बेरियर के सामने बायपास रोड) के आसपास मौजूद थे तथा अमन गुप्ता व भरत तिवारी, आशीष तिवारी, रवि तिवारी एवं प्रेम श्रीवास अमन गुप्ता की एलांट्रा कार में संजु त्रिपाठी की रेकी किये। तब अमन गुप्ता अपनी एलांट्रा कार में भरत तिवारी, आशीष तिवारी रवि तिवारी एवं प्रेम श्रीवास को बैठाकर संजू तिवारी का रेकी करने तखतपुर रोड की तरफ आगे बढ़ गये। कानन पेण्डारी से लगभग एक किलोमीटर आगे, संजु त्रिपाठी की महामंत्री कांग्रेस कमेटी बिलासपुर लिखी सफेद रंग की एमजी हेक्टर कार दिखी। तब प्रेम श्रीवास द्वारा वाटसअप कॉल के माध्यम से मौके में उपस्थित एक शुटर को कॉल कर बताया कि संजू त्रिपाठी की गाड़ी बिलासपुर की ओर जा रही है, तुम लोग देख लेना। इसके बाद एलेंदा कार में बैठे सभी तखतपुर की ओर कुछ दूर आगे बढे, फिर यूटर्न मोड कर बिलासपुर की ओर आ रहे थे, तभी कोटा मोड़ के पास आरोपियों को नीले रंग की बेलेनो कार जिसमें शूटर बैठे थे दिखाई दी। बेलेनो कार देखकर आरोपी गण समझ गये कि शूटरो ने सजू त्रिपाठी हत्या कर दिये है। इसके बाद सभी पूर्व में नियोजित योजना के अनुसार बेलेनो कार के पीछे-पीछे कार को छोडऩे पोड़ी गये और घटना में प्रयुक्त वाहन को पौड़ी में छोडक़र पांच शूटर व प्रेम श्रीवास डिजायर कार कमांक सीजी/10/ बीएल / 0577 मे बैठककर शहडोल की तरफ भाग गये तथा अमन गुप्ता की एलांट्रा कार अमन सहित भरत तिवारी, आशीष तिवारी, रवि तिवारी और राजेन्द्र ठाकुर भी शहडोल की तरफ भागे तथा अमन गुप्ता ने एलेन्द्रा कार में सवार भरत तिवारी, आशीष तिवारी, रवि तिवारी एवं राजेन्द्र ठाकुर को शहडोल शराब भट्टी के पास छोडक़र वापस बिलासपुर आकर अपनी कार को छिपा कर भाग गया।