April 10, 2022
ज्ञान का उपयोग मानव कल्याण के लिए होना चाहिए : प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल
वर्धा. ‘रामनवमी एवं भारतीय शिक्षण मंडल स्थापना दिवस’ की पूर्व संध्या पर 09 अप्रैल, 2022 को आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल ने कहा कि शिक्षा से प्राप्त ज्ञान का उपयोग मानव कल्याण के लिए होना चाहिए. प्रो. शुक्ल ने ऑनलाइन माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि हाल के दिनों में शिक्षा को लेकर भारत ने ज्ञान शिल्प में दुनिया को रास्ता दिखाने वाले राष्ट्र के रूप में अपनी पहचान स्थापित की है. उन्होंने भारतीय ज्ञान मंडल को अनुसंधान और प्रकाशन के माध्यम से सनातन शिक्षण प्रणाली का प्रचार- प्रसार जनमानस में करने का आहवान किया. उन्होंने कहा कि भारत के श्रेष्ठ भविष्य को स्थापित करने का लक्ष्य रखकर आत्मनिर्भर और संपोष्य भारत कैसे बन सकता है इस दिशा में आगे बढ़ना होगा और नवनवोन्मेष के प्रयोग करने होंगे. अध्यक्षीय वक्तव्य में भारतीय शिक्षण मंडल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सत्यवान मेश्राम ने कहा कि शिक्षा में भारतीयता लाना संगठन का ध्येय है, इस दृष्टि से शिक्षण व्यवस्था की पुनर्रचना करना आवश्यक है. सनातन और चिरंतन मूल्यों की पुनर्स्थापना से ही वास्तव में भारतीय शिक्षण पद्धति को साकार किया जा सकता है. प्रस्तावना में विदर्भ प्रांत मंत्री डा. नारायण मेहरे ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के कार्यान्वयन के लिए शिक्षण मंडल को काम करना है. उन्होंने स्कूली शिक्षा में नीति के प्रसार हेतु प्रबोधन, अनुसंधान और प्रकाशन पर अधिक बल देने की आवश्यकता जताई. शिक्षा क्षेत्र में भारतीय माॅडल खड़ा करने के लिए शिक्षण मंडल की ओर से किये जा रहे प्रयासों की जानकारी भी उन्होंने दी. इस अवसर पर डा. मेहरे द्वारा हिंदी विश्वविद्यालय की भारतीय शिक्षा मंडल की कार्यकारिणी की घोषणा भी की. कार्यक्रम का संचालन अंकित कलकोटवार ने किया तथा आभार राहुल चोपड़ा ने माना. कार्यक्रम में भारतीय शिक्षण मंडल वर्धा नगर के पदाधिकारी, सदस्य एवं अग्निहोत्री कॉलेज ऑफ फार्मेसी एवं अग्निहोत्री स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग, अग्निहोत्री स्कूल ऑफ टेक्नोलॉजी, इंद्रप्रस्थ न्यू आर्ट्स, कॉमर्स एवं सायन्स कॉलेज, वर्धा , पुलगांव पॉलिटेक्निक कॉलेज, पुलगांव के अध्यापक तथा विद्यार्थी बड़ी संख्या में शामिल हुए थे.