इंतजार खत्म केरल में बरसे मानसून के बादल

नयी दिल्ली. दक्षिण पश्चिम मानसून ने अपने सामान्य समय से एक सप्ताह की देरी के बाद देश में दस्तक दे दी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बृहस्पतिवार को मानसून के केरल आगमन की घोषणा की। इसके साथ ही राज्य के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई। राज्य के नौ जिलों में ‘येलो अलर्ट’ और कोझीकोड के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है। ‘ऑरेंज अलर्ट’ का मतलब 6 से 20 सेंटीमीटर तक भारी बारिश और ‘येलो अलर्ट’ का अर्थ 6 से 11 सेमी के बीच बारिश होना है।

दक्षिण पश्चिम मानसून आमतौर पर एक जून तक केरल पहुंच जाता है। पिछले साल यह 29 मई को पहुंचा था। विशेषज्ञों का मानना है कि केरल में मानसून की शुरुआत में देरी चिंता का विषय नहीं है। शोध से पता चलता है कि केरल में मानसून के आगमन में देरी का मतलब यह नहीं है कि उत्तर पश्चिम भारत में मानसून की शुरुआत में देरी होगी। हालांकि, दक्षिणी राज्यों और मुंबई में मानसून की शुरुआत में देरी हो सकती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि केरल में मानसून के आगमन में देरी देश में कुल वर्षा को प्रभावित नहीं करती। आईएमडी ने पहले कहा था कि ‘अलनीनो’ की स्थिति विकसित होने के बावजूद दक्षिण-पश्चिम मानसून के मौसम में देश में सामान्य बारिश होने की उम्मीद है।

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