करोड़ों के घोटाले में 11 अधिकारी दोषी, केवल एक पर कार्रवाई
अरपा भैंसाझार नहर मुआवजा घोटाला: बड़ी मछलियां अब भी बेखौफ
बिलासपुर। राज्य शासन की अति महत्वपूर्ण योजना अरपा भैंसाझार नहर मुआवजा प्रकरण में राजस्व और सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा किए गए करोड़ों के घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। जांच के बाद 11 अधिकारी व कर्मचारी दोषी पाए गए, लेकिन अब तक केवल एक पर कार्रवाई हुई है।
पटवारी से आरआई बने मुकेश साहू बर्खास्त, मगर उच्चाधिकारी अब भी सुरक्षित राज्य शासन ने इस घोटाले में पटवारी से आरआई के पद पर पदोन्नत हुए मुकेश साहू को बर्खास्त कर दिया है। हालांकि, बड़ी मछलियां अब भी सरकारी मुलाजिम बने हुए हैं और अहम पदों पर बैठे हैं। जांच रिपोर्ट में दो पूर्व एसडीएम, सिंचाई विभाग के एसडीओ और राजस्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की संलिप्तता स्पष्ट हो चुकी है, लेकिन उन पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
अब भी जारी है लीपापोती, भ्रष्टाचारियों पर कब होगी सख्त कार्रवाई? अरपा भैंसाझार नहर मुआवजा घोटाले में नामजद 11 दोषियों में से केवल निचले स्तर के एक अधिकारी पर गाज गिराई गई, जबकि उच्च अधिकारी आराम से अपने पदों पर बने हुए हैं। इस पूरे मामले में शासन की उदासीनता और कार्रवाई में हो रही देरी कई सवाल खड़े करती है। क्या बड़ी मछलियों पर कभी कार्रवाई होगी, या फिर यह मामला भी अन्य घोटालों की तरह ठंडे बस्ते में चला जाएगा?