रोका छेका अभियान : आवारा मवेशियों की धरपकड़ में जुटा नगर निगम

बिलासपुर/अनिश गंधर्व. रोका छेका अभियान के तहत चौक-चौराहों में घूमने वाले आवारा मवेशियों की धरपकड़ नगर निगम द्वारा की जा रही है। मवेशियों को पकडऩे के बाद तोरवा स्थित गौठान में शिफ्ट किया जा रहा है। यहां मवेशियों के चारा पानी की व्यवव्था भी की गई है। सरकार की योजनाओं के अनुसार गौठानों में रखे गये मवेशियों को चिकित्सा लाभ भी प्रदान करना है। नगर निगम द्वारा आवारा मवेशियों को पकडऩे का अभियान जोर-शोर से चलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री की इस योजना का पालन पूरे राज्य में किया जा रहा है। ग्रामीणों क्षेत्रों में चल रहे खेती-किसानी में बाधा न आये इसके मद्देनजर राज्य सरकार ने रोका-छेका अभियान की शुरूवात की है।
गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का नारा लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नरवा-घुरवा अऊ बारी योजना को आगे बढ़ाने के लिये फसल सुरक्षा, पशुधन की रक्षा, गोबर की उपलब्धता, जैविक खाद का उत्पादन का ज्यादा लाभ, गौठानों में पशु चिकित्सा शिविर, चारा-पानी की समुचित व्यवस्था को लेकर काम कर रही है। सरकार ने खेती किसानी को बढ़ावा देने के लिये गांवों में मवेशियों घरों में व गौठानों में सुरक्षित रखने के लिये रोका छेका अभियान चला रही है। मालूम हो कि शहर में आवारा मवेशियों की भरमार है। मालिक द्वारा आवारा छोड़ दिए गए ज्यादातर सांड घायल अवस्था में हैं, उनकी देखरेख नहीं हो पा रही है। इसी तरह मवेशियों के आपस में हिंसक टकराव होने से लोग हादसे का शिकार भी हो रहे हैं।

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