विट्ठल रघुराई मंदिर में की जा रही है विशेष पूजा अर्चना
बिलासपुर. अपनी शताब्दी पूरी कर चुका शहर के प्रसिद्ध विट्ठल रघुराई मंदिर में पूजा अर्चना का दौर शुरू हो गया है। सौ साल पुराने यह समय समय भक्तों के खुला रहता है। तिलकनगर मुख्य मार्ग में स्थित इस मंदिर से हजारों की लोगों की जन आस्था जुटी हुई हैं। कार्तिक माह में पांच दिनों यहां विशेष पूजा अर्चना और भजन कीर्तन प्रारंभ हो गया है। मंदिर की देखरेख यशवंत गोवरदा द्वारा की जा रही है। मंदिर समिति से जुड़ी हुई डॉ. वैशाली गोवरदा ने बताया कि वर्ष 1909 में इस मंदिर की स्थापना की गई थी। मंदिर के निर्माण के बाद से ही भक्तों का खास लगाव भगवान के प्रति रहा। साल में दो बार विशेष पूजा अर्चना का आयोजन मंदिर परिसर में किया जाता है। आषाण व कार्तिक माह में विधि- विधान के साथ पूजा की जाती है। पांच दिनों तक भजन कीर्तन होता है। एकादशी के दिन शुरू हुए पूजा उत्सव में भारी संख्या में लोग आ रहे हैं। बाहर से भजन मंडली है जिनके द्वारा रोजाना शाम को कीर्तन किया जा रहा है। जन आस्था से जुड़े विट्ठल रघुराई मंदिर की शहर में अलग ही पहचान है।