बिलासपुर/अनिश गंधर्व. बालाकोट सेक्टर में हुए आंतकी घटना पर आधारित फिल्म का निर्माण हो चुका है। इस फिल्म की मुख्य अभिनेत्री जीनल पांड्या व अन्य कलाकार आज बिलासपुर प्रेस क्लब में पत्रकारों से चर्चा करते हुए फिल्म की कहानी के बारे में जानकारी दी। आंतकवाद और अर्थव्यवस्था को लेकर बनाई इस फिल्म में आंतकवादियों को
बिलासपुर. छत्तीसगढ़ सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं, कार्यक्रमों और उपलब्धियों पर आधारित विकास फोेेटो प्रदर्शनी सह-सूचना शिविर का आयोजन जनसंपर्क विभाग द्वारा आज विकासखंड बिल्हा के ग्राम पंचायत मदनपुर में किया गया । इस प्रदर्शनी स्थल पर जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रकाशित मासिक पत्रिका जनमन, राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं, कार्यक्रमों से संबंधित प्रचार सामाग्रियों का निःशुल्क
बिलासपुर. प्रयास प्रकाशन के तत्वाधान में एम्.एल. बरसैंया कृत पारम्परिक लोकोतियों के महत्वपूर्ण संकलन पर आधारित पुस्तक “ चौपाल पे ठहाके” का विमोचन एवं सम्मान समारोह शहर के एक निजी हॉटल में सम्पन्न हुआ इस अवसर पर मुख्य अतिथि पूर्व अध्यक्ष राज भाषा आयोग डा. विनय कुमार पाठक ने कहा कि ज्ञान की दो
बिलासपुर. छत्तीसगढ़ शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं और उपलब्धियों पर आधारित फोटो प्रदर्शनी सह सूचना शिविर का आयोजन जिले के विकास खण्ड कोटा के ग्राम पंचायत झिंगटपुर में किया गया। फोटो प्रदर्शनी सह सूचना शिविर ग्राम की सरपंच श्रीमती सूरज बाई की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं और
बिलासपुर. छत्तीसगढ़ सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं, कार्यक्रमों और उपलब्धियों पर आधारित विकास फोेेटो प्रदर्शनी सह-सूचना शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज जिले के विकास खण्ड तखतपुर के ग्राम सागर में फोटो प्रदर्शनी सह सूचना शिविर का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी स्थल पर जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रकाशित मासिक पत्रिका जनमन, राज्य
बिलासपुर. छत्तीसगढ़ शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं और उपलब्धियों पर आधारित फोटो प्रदर्शनी सह सूचना शिविर का आयोजन कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर के कुशल मार्गदर्शन में आज तीसरे दिन जिले के विकास खण्ड तखतपुर के ग्राम पंचायत बेलपान में किया गया। फोटो प्रदर्शनी सह सूचना शिविर ग्राम की सरपंच श्रीमती सुनीता यादव की अध्यक्षता में आयोजित
गुरु घासीदास बाबा द्वारा प्रतिपादित समानता और मानव अधिकार पर आधारित सभी सिद्धांत आज भी मानव जीवन के बेहतरी के लिए प्रासंगिक है; उनके सिद्धांत युगों युगों तक प्रासंगिक रहेंगे। उनके सामाजिक, धार्मिक, आध्यात्मिक और शैक्षणिक आंदोलन से केवल सतनामी समाज ही नहीं वरन देश का हर जाति, वर्ण और धर्म के लोग लाभान्वित हुए