हिमाचल प्रदेश का शिलाई विधानसभा क्षेत्र इस दिसंबर माह में एक अभूतपूर्व और ऐतिहासिक धार्मिक घटना का साक्षी बनने जा रहा है। उत्तराखंड और हिमाचल के लोगों के आराध्य देव एवं कुल देवता छत्रधारी चालदा महासू महाराज पहली बार उत्तराखंड के जौनसार इलाके से सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र में पधार रहे हैं। यह देव
चंडीगढ़. उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के बीच रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों में शुक्रवार को बादल फटने की घटनाएं सामने आईं। इन घटनाओं से भारी मलबा बहने के कारण कई परिवारों के फंसे होने की आशंका जताई गई है। रुद्रप्रयाग जिले के बसुकेदार तहसील अंतर्गत बरेठ डुंगर तोक और चमोली जिले के देवाल क्षेत्र
गोपेश्वर. चमोली जिले के थराली कस्बे में तेज बारिश के कारण बरसाती नाले टूनरी गधेरे में आई भीषण बाढ़ से तहसील कार्यालय समेत आसपास के मकानों में मलबा भर गया। वहीं, पास के सागवाड़ा और चेपड़ों बाजार क्षेत्रों में एक युवती समेत दो लोग लापता हो गए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना
उत्तराखंड. उत्तरकाशी जिले में मंगलवार (5 अगस्त, 2025) दोपहर को खीर गंगा नदी में मूसलाधार बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोगों के बह जाने की आशंका है। बाढ़ ने समुद्र तल से 8,600 फीट ऊपर स्थित धराली कस्बे के होटलों और आवासीय
रुद्रप्रयाग . उत्तराखंड के मदमहेश्वर धाम में भारी बारिश के कारण पुल बह गया। सड़क मार्ग ध्वस्त होने के कारण हेलीकॉप्टर के जरिये 122 श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकाला गया। यहां भारी बारिश और भूस्खलन के चलते करीब 250 श्रद्धालु फंस गए। बताया गया कि मदमहेश्वर मंदिर से तकरीबन छह-सात किलोमीटर नीचे नानू नामक स्थान