VIDEO : प्रेस वार्ता…. कोटा जनपद के सभापति ने महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों पर लगाए गंभीर आरोप
बिलासपुर/अनीश गंधर्व. सत्ताधारी पार्टी के पदाधिकारी भी सरकारी रिश्वत खोरी से परेशान हैं। आलम यह है कि महिला बाल विकास के अधिकारी खुलेआम रिश्वत ले रहे जिसका विरोध खुद कोटा जनपद के सभापति करना पड़ रहा है। प्रेस क्लब में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कोटा जनपद के सभापति कन्हैया गंधर्व ने बताया कि कोटा ब्लाक में पूरक पोषण आहार रेडी टू ईट योजना में जमकर धांधली की जा रही है। परियोजना के आला अधिकारी खुलेआम रिश्वत खोरी कर रहे है।
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उन्होंने ने बताया कि कोटा ब्लाक के परियोजना अधिकारी गजेंद्र सिंह ठाकुर के नेतृत्व में सभी सेक्टर सुपरवाइजर शासन द्वारा संचालित योजना पूरक पोषण आहार रेडी टू ईट में जमकर गोलमाल किया जा रहा है आधे से ज्यादा राशि वसूलने के बाद ही स्व सहायता समूह को काम दिया जाता हैं। समूह के लोग भी अपना हिस्सा काटने के बाद अमानक तरीके से आहार बनाते हैं, जबकि इसकी निगरानी की जिम्मेदारी महिला बाल विकास को करना हैं। आहार के नाम पर गर्भवती महिलाओं और 0 से 6 साल के बच्चो भूषा परोसा जा रहा है।
बार बार मिल रही शिकायतो को संज्ञान में लेते हुए सभापति ने जब निरीक्षण किया तो कई चौकाने वाले तथ्य उनके सामने आए। ग्रामीणों के सामने जांच पड़ताल उन्होंने पंचनामा तैयार किया और कलेक्टर बिलासपुर, एसडीएम कोटा अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है। 35 प्रतिशत रिश्वत नहीं मिलने पर परवेक्ष्क निर्मला जांगड़े ने सक्ति महिला स्व सहायता समूह घसीपुर को निरस्त कर चपोरा समूह से सौदा कर कार्य सौप दिया है। महिला परवेक्षक द्वारा मांगी गई रिश्वत की वाट्स एप की कापी भी सभापति ने मीडिया के सामने प्रस्तुत की है।
सभा पति ने कहा कि मैंने विभागीय मंत्री को ट्वीट किया है। नवजात, नवनिहाल बच्चो के आलावा गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य के हो रहे खिलवाड़ के साथ साथ राज्य सरकार की छवि खराब हो रही है जिसे बर्दास्त नही किया जा सकता।