VIDEO – स्मार्ट सिटी का हो-हल्ला : शहर में डायरिया का मंडरा रहा खतरा, मर रहे लोग

बिलासपुर/अनिश गंधर्व. सत्ता में विराजमान नेता इन दिनों स्मार्ट सिटी का तमगा और स्वच्छ बिलासपुर का नारा लगा रहे हैं। शायद स्वच्छता सर्वेक्षण करने आई टीम ने अपनी आंखों में पट्टी बांधकर सर्वे किया है वे जमीनी हकीकत जाने बगैर ही बिलासपुर को 21वें नंबर के पायदान पर लाकर खड़े कर दिये है? नतीजा अब सबके सामने है। तालापारा-तारबाहर और टिकरापारा में डायरिया बीमारी ने अपना पैर पसार लिया है। उल्टी दस्त से पीडि़त लोगों को उपचार के लिये अस्पताल में दाखिल कराया गया है, लोग मर भी रहे हैं। शहर में नालियों की सफाई ऊपरी स्तर पर कर नगर निगम द्वारा खानापूर्ति की जा रही है। घर घर कचरा उठाने गली-गली कचरा गाड़ी चलाई जा रही है इसके बाद भी जगह जगह कचरे का ढेर लगा हुआ है। कई स्थानों में तो वर्षों से नालियों की सफाई नहीं कराई की गई है। डायरिया से पीडि़त अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। कइयों का उपचार किया जा रहा है।

तालापारा-तारबाहर और टिकरापारा के तालाबों की वर्षों से सफाई नहीं हुई है। किनारे रहने वाले लोगों के घरों का गंदा पानी तालाब में नालियों के रास्ते छोड़ा जा रहा है। चारों ओर पसरी गंदगी के कारण इन क्षेत्रों में लोग डायरिया से पीडि़त हुए होकर अपनी जान गवा रहे हैं। स्वच्छता के नाम पर बिलासपुर को भले ही अवार्ड दिया गया है लेकिन आज भी नालियों की सुगम व्यवस्था  नगर निगम द्वारा नहीं कराई जा सकी है। नालियों के बीच से पाइप लाइन बिछा दिया गया है लोग प्रदूषित जल पीने को मजबूर हैं। अब जब महामारी फैलने लगी तो निगम द्वारा पाइप लाइन को काटा जा रहा है। समय रहते अगर सफाई व्यवस्था पर गंभीरता से गौर नहीं किया गया तो स्थिति और भी भयानक हो सकती है। स्मार्ट सिटी में सबसे ज्यादा समस्या जाम नाले नालियों की है। यहां वर्षों से कचरा जाम है। शहर के तालाब संपूर्ण रूप से प्रदूषित हो चुके हैं।


स्थानीय प्रशासन द्वारा तालाबों के सौर्दयीकरण के नाम पर लाखों रूपये खर्च किये गये हैं लेकिन आज भी इन तालाबों में गंदगी पसरी हुई है। इन क्षेत्रों में नगर निगम द्वारा स्थिति का जायजा लिया जा रहा है। निगम अधिकारियों का यह भी कहना है कि पीने का पानी पूरी तरह से साफ है। अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर संक्रमण क्यों फैल रहा है? क्या वर्षों से नालियों की सफाई नहीं कराई गई है? क्या तालाब में पसरी गंदगी के कारण डायरिया फैल रहा है? कारण चाहे जो भी हो जनहित में स्थानीय नगर निगम प्रशासन को युद्ध स्तर पर नालियों की सफाई कराने की आवश्यकता है। बेतरतीब ढंग से बनाये गये नालियों को तोडऩे के साथ साथ तालाबों छोड़े जा रहे गंदे पानी की निकासी को बंद करने की सख्त जरूरत है।

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