World Heart Day 2019: दिल की बीमारियों से रहना है दूर, तो इन बातों को ना करें नजरअंदाज

नई दिल्लीः आज दुनिया भर में बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक लाखों लोग ऐसे हैं जो दिल की गंभीर बीमारियों से जूझ रहें हैं. देखा जाए तो सिर्फ भारत में ही हर पांचवा शख्स दिल की बीमारियों से ग्रसित है. हमारे शरीर में दिल ही एक ऐसा ऑर्गन है जो ब्लड सर्कुलेशन का काम करता है. जिससे हमारे शरीर के हर हिस्से तक साफ खून पहुंचता है और शरीर में ऑक्सिजन की मात्रा बराबर बनी रहती है, लेकिन आज की भाग दौड़ वाली जिंदगी में ‘हार्ट अटैक’ और ‘कार्डिअक अरेस्ट‘ जैसी दिल की बीमारियां बहुत ही आम हो गईं हैं. जिसके डर के चलते आजकल हर कोई अस्पतालों में लाइन लगाकर चेकअप करवाता नजर आ ही जाता है. यही वजह है कि दुनियाभर में आज हार्ट से जुड़े रोगों के बारें में लोगों को जागरुक करने के लिहाज से हर साल 29 सितंबर को ‘वर्ल्ड हार्ट डे’ मनाया जाता है.
तनाव और दिल का रिश्ता
तनाव दिल का सबसे बड़ा दुश्मन माना जाता है. इसलिए अक्सर दिल की बीमारियों का सीधा रिश्ता हमारे बढ़ते तनाव से जोड़कर देखा जाता है. ऐसे में अगर हम किसी भी तरह के तनाव में होते हैं तो दिमाग कुछ अलग ढंग से काम करने लगता है जो कि दिल की पूरी प्रणाली खराब कर देते हैं. इसलिए चिंता से जितना दूरी बनाकर रखेंगे उतना ही आपका हार्ट हेल्दी रहेगा और ज्यादा समय तक आपका साथ निभाएगा.
नींद का दिल से है गहरा नाता
अगर आपको भी नींद ना आने की शिकायत है या आपके बिगड़े रूटीन के चलते आपकी नींद पूरी नहीं होती है. तो जरा अपने हार्ट को लेकर सजग हो जाएं, क्योंकि जब नींद पूरी नहीं होती है तो शरीर में ‘स्ट्रेस हॉर्मोन’ का स्राव बढ़ जाता है. जिसका सीधा असर हार्ट की हेल्थ पर पड़ता है. इसलिए जरा अपनी इस आदत को बदलने की कोशिश करें नहीं तो आपके दिल पर इसका भारी असर हो सकता है.
‘हेल्दी हार्ट’ के लिए क्या ना खाएं
फास्ट फूड देखकर बच्चे हों या बूढ़े सभी का मन ललचा ही जाता है. लेकिन, हार्ट को हेल्दी रखने के लिए इन चटपटे और ऑइली खानपान से दूरी बनाकर रखना जरूरी होता है. इसके अलावा हार्ड ड्रिंक्स, स्मोकिंग करने से भी हमें दिल की गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है.
थोड़ी सी थकान भी है जरूरी
दिन में कम से कम आधे घंटे पैदल चलकर या कम से कम 20 मिनट के व्यायाम से थकना जरूर चाहिए. इससे हमारे हार्ट की पंपिंग अच्छी होती है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा एक तिहाई तक कम हो जाता है. मतलब साफ है कि पूरे दिन में इनमें से कुछ भी करो जिससे शारीरिक तौर पर आपको थोड़ी सी थकावट महसूस हो ताकि आपका दिल हमेशा स्वस्थ रहे.