रेलवे अस्पताल से उपचार के उपरांत भटककर जिला अस्पताल पहुंची रेलकर्मी की मां, रेलवे सुरक्षा बल ने सकुशल परिजनों तक पहुंचाया

बिलासपुर. रेलवे अस्पताल से रेलकर्मी की कोरोना पॉज़िटिव माताजी के गायब होने के मामले का संज्ञान में आते ही दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अधिकारियों एवं रेलवे सुरक्षा बल ने मामले का अविलंब पता लगाकर रेलकर्मी की माताजी को सकुशल उनके परिजनों तक आज पहुंचाया ।
इस मामले में रेलकर्मी विद्या सागर (लोको पायलट), बिलासपुर की माताजी जो कि कोविड-19 (कोरोना) के कारण पिछले 14 दिनों से रेलवे हॉस्पिटल में भर्ती थी, का कोविड-19 (कोरोना) के उपचार के पश्चात दिनांक 16 सितंबर’ 2020 को रेलवे कोविड वार्ड से उनको छूट्टी दी गई एवं कोविड-19 (कोरोना) प्रोटोकाल के तहत जिला प्रशासन की व्यवस्था के अंतर्गत 108 एंबुलेंस से उनको घर भेजा गया ।
108 एंबुलेंस के ड्राइवर के असमंजस की स्थिति एवं रेलकर्मी की माताजी के द्वारा घर के पते को सही नहीं बतला पाने के कारण वो अपने घर नहीं पहुँच पाई जिससे 108 एंबुलेंस के ड्राइवर ने रेलकर्मी की माताजी को जिला अस्पताल में वापस भर्ती करा दिया परंतु रेलवे प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं दी ।
रेल प्रशासन के संज्ञान में यह मामला आने के तुरंत बाद ही रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारियों के नेतृत्व में इस मामले की खोजबीन की गई तथा जिला प्रशासन एवं रेल प्रशासन के समन्वय के पश्चात उपरोक्त 108 एंबुलेंस के ड्राइवर से जानकारी के आधार पर रेलकर्मी की माताजी का पता लगाया गया ।
इस विषम परिस्थिति में रेलवे प्रशासन एवं रेलवे सुरक्षा बल के सकारात्मक पहल के कारण मामले के संज्ञान में आने के महज 24 घण्टो के पहले ही विद्या सागर (लोको पायलट), बिलासपुर की माताजी को आज उनके पुत्र की उपस्थिति में उनके घर सकुशल पहुंचाया गया । उनके परिजनों ने रेल प्रशासन एवं अधिकारियों को धन्यवाद भी दिया ।