May 5, 2024

मुख्यमंत्री ने जल-जीवन मिशन के अंतर्गत 77 सोलर नलजल योजनाओं का किया वर्चुअल शिलान्यास


बिलासपुर. जल-जीवन मिशन अंतर्गत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा जिले के 77 सोलर नलजल योजनाओं का वर्चुअल शिलान्यास किया गया। इन योजनाओं की लागत 26 करोड़ 11 लाख से अधिक है। जो एक माह के भीतर पूर्ण होगी। जिसके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों के लगभग 5 हजार घरों में शुद्ध पेयजल पहुंचाया जायेगा। शिलान्यास कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के मंत्री गुरू रूद्र कुमार, सहित मंत्री जयसिंह अग्रवाल, रविन्द्र चौबे, कवासी लखमा, श्रीमती अनिला भेडि़या, प्रेमसाय सिंह टेकाम, मोहम्मद अकबर, डॉ. शिव कुमार डहरिया, उमेश पटेल, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पीएचई विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी, जल-जीवन मिशन के संचालक भी वर्चुअली शामिल हुए।


इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के 45 लाख 48 हजार घरों में जल-जीवन मिशन के तहत् हर घर में शुद्ध पेयजल पहुंचाने का लक्ष्य है। अभी 05 लाख से अधिक घरों में नल कनेक्शन है। इस वर्ष 22 लाख घरों में नल पहुंचाया जायेगा। उन्होंने बताया कि वर्ष 2021-22 में इसके लिए 850 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है। ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए राशि की कमी नहीं होगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि पूरी लगन के साथ कार्य करें। जनप्रतिनिधियों और पंचायत के पदाधिकारियों से आग्रह किया कि योजना को सफल बनाने में सहयोग करें।


जिन घरों में नल कनेक्शन दिया जायेगा, वहां नल के आसपास पेड़-पौधे लगाने और पानी निकासी के लिए सोख्ता गढ्ढा बनाने के लिए निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्रत्येक घरों में 55 लीटर पानी जल-जीवन मिशन अंतर्गत प्रदाय किया जाना है। जिससे भूमि के जल स्तर पर भी प्रभाव पड़ेगा। ऐसी स्थिति में जल स्त्रोतों का संधारण और पूरी क्षमता के साथ उनका उपयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि जल-जीवन मिशन योजना को नरवा प्रोजेक्ट से जोड़ा जायेगा। जिससे भूमि के जल स्तर को बनाए रखा जा सके। वर्चुअल कार्यक्रम में उपस्थित विधानसभा अध्यक्ष श्री चरणदास महंत ने कहा कि प्रदेश के 39 लाख घरों में शुद्ध पेयजल देने की शुरूआत आज हो रही है। यह कार्य जल्द से जल्द पूर्ण होगा। पीएचई मंत्री रूद्र कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश के प्रत्येक गांव में मुफ्त पेयजल पहुंचाने के लिए योजना तैयार की गई है। पहले प्रतिदिन प्रत्येक घर 40 लीटर जल उपलब्ध कराया जा रहा था। जल-जीवन मिशन के तहत् 55 लीटर जल उपलब्ध कराया जायेगा। ग्रामीण शालाओं, आश्रम शाला, आंगनबाड़ी आदि में भी रनिंग वाटर की व्यवस्था की जा रही है। प्रत्येक जिले में पेयजल परीक्षण के लिए प्रयोगशाला स्थापित किये जायेंगे। जिससे लोगों को शुद्ध पेयजल मिल सके। इस अवसर पर उपस्थित सभी अतिथियों ने अपना उद्बोधन दिया।


बिलासपुर में जिला कार्यालय के मंथन सभाकक्ष में सांसद अरूण साव, संसदीय सचिव एवं विधायक श्रीमती रश्मि सिंह, शैलेश पाण्डेय, रजनीश सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सिंह चौहान, कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर, पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल, अतिरिक्त कलेक्टर बी.एस. उइके, पीएचई विभाग के अधीक्षण अभियंता, कार्यपालन अभियंता, अटल श्रीवास्तव, प्रमोद नायक वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस कार्यक्रम से जुड़े।

प्रचार-प्रसार वाहन को हरी झण्डी दिखाई
शिलान्यास कार्यक्रम के पश्चात् जिला कार्यालय के प्रांगण में जल-जीवन मिशन अंतर्गत जल गुणवत्ता परीक्षण प्रचार-प्रसार वाहन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। यह वाहन गांव-गांव घूमेगी। शुद्ध पेयजल की जांच के लिए प्रशिक्षण, पेयजल शुद्धता की जांच और ग्रामीणों में जागरूकता लाने का कार्य इसके माध्यम से किया जा रहा है।

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