May 3, 2024

कोरोना से खून में थक्के जमने का खतरा ज्यादा, नई स्टडी रिपोर्ट में दावा


लंदन. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford University) की एक नई स्टडी में पता चला है कि कोरोना संक्रमण के बाद शरीर में खून का थक्का बनने का खतरा सामान्य से लगभग 100 गुना अधिक है. वहीं टीकाकरण या इन्फ्लूएंजा के बाद इसका जोखिम कई गुना अधिक है.

गुरुवार को प्रकाशित हुई रिपोर्ट
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की यह नई स्टडी गुरुवार को प्रकाशित हुई. स्टडी में पाया गया कि खून का थक्का बनना यानी सेरेब्रल वेनस थ्रोम्बॉसिस (CVT) बनना कोरोना के बाद किसी भी तुलना समूह की तुलना में अधिक होते हैं. इनमें से 30 प्रतिशत मामले 30 से कम उम्र वाले लोगों में होते हैं. स्टडी के अनुसार अध्ययन के अनुसार मौजूदा कोविड टीकों की तुलना में यह जोखिम 8-10 गुना अधिक है और ‘बेसलाइन’ की तुलना में करीब 100 गुना ज्यादा है.

जांच के दौर से गुजर रही है एस्ट्राजेनेका वैक्सीन

यह स्टडी रिपोर्ट ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका ( Oxford/AstraZeneca) की कोरोना वैक्सीन और CVT के दुर्लभ मामलों के बीच संभावित लिंक का पता करने के लिए की गई थी. ऑक्सफोर्ड / एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन दवा नियामकों की गहन जांच से गुजर रही है. अभी तक की जांच में इस टीके को सुरक्षित और प्रभावी माना गया है.

वैक्सीन और सीवीटी की कड़ियों की जांच
रिसर्च से जुड़े पॉल हैरीसन ने कहा कि कोरोना वैक्सीन और सीवीटी के बीच संभावित कड़ी को लेकर कुछ चिंताएं हैं. जिसके चलते सरकार और नियामक संस्था कुछ टीकों के उपयोग पर रोक लगा सकते हैं. फिर भी इस सवाल का जवाब पता करना बाकी है कि कोविड की पहचान के बाद सीवीटी का कितना जोखिम है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Previous post Taiwan में Bank Clerk ने छुट्टी के लिए एक ही लड़की से चार बार की Marriage और तीन बार दिया Divorce
Next post America का Russia के खिलाफ बड़ा एक्‍शन, 10 डिप्‍लोमेट को निकाला, लगाए नए बैन
error: Content is protected !!