राजीव गांधी किसान न्याय योजना की पहली किश्त पाकर खुश हैं जिले के किसान
बिलासपुर. मस्तूरी विकासखण्ड के ग्राम मस्तूरी के किसान दिलीप यादव, आशीष पाण्डेय एवं कृष्ण किशोर यादव को राजीव गांधी किसान न्याय योजना की पहली किश्त मिलने पर संबल मिला है। कोरोना संकट के बीच सभी लोग आर्थिक तंगी से गुजर रहे है। ऐसे समय में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा किसानों की बेहतरी के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। इस मुश्किल घड़ी में राजीव गांधी किसान न्याय योजना की पहली किश्त मिलने से किसानों को राहत मिली है। दिलीप यादव के पास डेढ़ एकड़ कृषि भूमि है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत उन्हें पहली किश्त के रूप में 3 हजार प्राप्त हुए हैं। वे संयुक्त परिवार में रहते है। उन्होंने बताया कि इस राशि को अच्छे उत्पादन के लिए खेती-बाड़ी में खर्च करेंगे। इसी प्रकार कृष्ण किशोर यादव के पास दस एकड़ कृषि भूमि है। उन्हंे पहली किश्त के रूप में 21 हजार रूपए प्राप्त हुए हैं। उनकी दो संतान है। दोनों की जिम्मेदारी उन पर ही है। श्री यादव बताते है कि खरीफ में धान के साथ-साथ रबी में गेहूं की फसल लेते है। इस पर होने वाले खर्च के लिए उन्हें किश्तों में राशि की जरूरत पड़ती है। जो राजीव गांधी किसान न्याय योजना से पूरी हो जाती है। वे कहते है कि इस विषम परिस्थिति में खाद, बीज आदि की व्यवस्था करने में इस राशि से बहुत मदद मिल रही है। इससे मुझे आर्थिक रूप से मजबूत होने का एक अवसर मिला है। मस्तूरी के ही आशीष पाण्डेय ने बताया कि उनके पास एक एकड़ 5 डिसमिल कृषि भूमि है। उन्हें पहली किश्त के रूप में 2 हजार 300 रूपए प्राप्त हुए है। श्री पाण्डेय कहते है कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा किसान हितैषी योजनाएं बनाई जा रही है, जिससे हमें खेती-किसानी के लिए साहूकारों पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है। अनावश्यक ब्याज देने से हमें मुक्ति मिली है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना से मिलने वाली राशि से हम अन्य जरूरतों को भी पूरा कर पा रहे है।