
पाली थानेदार को निलंबित करने की मांग को लेकर पत्रकारों ने आईजी को सौंपा ज्ञापन
बिलासपुर/अनिश गंधर्व. पाली थानेदार द्वारा पत्रकार कमल महंत के खिलाफ झूठा मामला दर्ज कर उसे जेल भेजने मामले में ग्लोबल जर्नलिस्ट एवं मीडिया एसोसिएशन ने आईजी बिलासपुर को ज्ञापन सौंपकर थानेदार को निलंबित करने की मांग की है। 15 दिनों के भीतर अगर उचित कार्यवाही कर थानेदार को निलंबित नहीं किया गया तो संघ ने उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है। मालूम हो कि बीते 28 मई को पाली थानेदार अनिल पटेल ने सद्भाव पत्रकार संघ छग के कोरबा जिला उपाध्यक्ष के खिलाफ एक झूठा मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया था। पत्रकार कमल महंत का पड़ोसी से हुये विवाद को तत्काल प्रभाव से डायल 112 की टीम ने सुलझा लिया था इसके बावजूद थानेदार ने अपनी दुश्मनी निकालने के लिये महिला से आनन फानन में शिकायत लेकर एक पक्षीय कार्यवाही करते हुए कमल महंत को जेल भेज दिया था। बताया जा रहा है कि पत्रकार कमल महंत कोयला चोरी की खबरों को प्रमुखता से प्रकाशित कर रहे थे। कोयला चोरी की खबरों में पुलिस की काली करतूत उजागर हो रही थी, थानेदार अपने स्तर पर खबरों को रोक पाने में असफल हो रहे थे इसी लिये उन्होंने विद्वेश पूर्वक एक झूठा प्रकरण दर्ज कर समझौते जैसे मामले को घर में घुसकर मारपीट की घटना साबित करते हुए पत्रकार कमल महंत को जेल भेज दिया। जिस महिला की शिकायत को आधार बनाकर कमल महंत के खिलाफ कार्यवाही की गई उसने कोर्ट परिसर में साफ तौर पर कहा कि पुलिस ने आनन फानन में मुझसे शिकायत लेकर इस कार्यवाही को अंजाम दिया है। हमारा कमल महंत से इतना बड़ा विवाद नहीं हुआ था जितना पाली थानेदार द्वारा बनाया गया है। इसके पूर्व सद्भाव पत्रकार संघ छग के पदाधिकारियों ने पाली एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर पाली थानेदार के विरुद्ध निलंबन की कार्यवाही की मांग की है। पत्रकार के साथ हुए अन्याय के खिलाफ मीडिया जगत के लोगों आक्रोश व्याप्त है।