नवरात्रि व्रत करना वैज्ञानिक दृष्टि से भी हैं अहम, जानें क्या है इसके फायदे


नई दिल्‍ली. मां दुर्गा (Maa Durga) की आराधना करने के लिए नवरात्रि (Navratri) का समय सबसे बेहतर होता है. इसके लिए साल में 4 बार नवरात्रि आती हैं, जिनमें से 2 नवरात्रि गुप्‍त होती हैं. वहीं अश्विन महीने की नवरात्रि में आराधना और उत्‍सव दोनों होते हैं. मां दुर्गा के 9 रूपों को समर्पित 9 दिनों में व्रत रखे जाते हैं. भक्ति-भाव से रखे गए ये उपवास (Fast) मां की कृपा तो दिलाते ही हैं, शरीर को भी स्‍वस्‍थ रखते हैं. वैज्ञानिक दृष्टि से ये व्रत-उपवास बहुत फायदेमंद हैं.

बीमारियों से बचाते हैं व्रत
अश्विन महीने की नवरात्रि बारिश के जाने और ठंड का मौसम आने का समय होता है. इस समय यदि खान-पान को लेकर सावधानी बरती जाए तो कई मौसमी बीमारियों (Seasonal Diseases) से बचा जा सकता है. इस समय में सर्दी-जुकाम, बुखार, पेट संबंधी बीमारियां होना आम बात है. ऐसे में नवरात्रि के 9 दिन तक व्रत-उपवास करने से इन बीमारियों से बचाव होता है क्‍योंकि नवरात्रि में फलाहार किया जाता है. साथ ही व्रत में आम दिनों की तुलना में कम खाया जाता है. इससे पाचन तंत्र को आराम मिलता है और शरीर को चलाने के लिए जरूरी ऊर्जा (Energy) भी मिल जाती है.

व्रत के दौरान अनाज और मसाले नहीं लिए जाते हैं. कोशिश करें कि फलाहार में भी तली चीजें न खाएं. बल्कि फलों का सेवन ज्‍यादा करें. वहीं कुट्टू, सिंघाड़ा जैसी चीजें ही खाएं. इनसे शरीर को जरूरी पोषण मिलता है.

व्रत न करें तो भी इन नियमों का करें पालन
ऐसे लोग जो किसी कारणवश व्रत नहीं कर रहे हैं, उन्‍हें भी नवरात्रि के दौरान तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए. यानी कि लहसुन-प्‍याज, नॉनवेज और मसालेदार चीजें नहीं खानी चाहिए. ताकि उनका शरीर स्‍वस्‍थ रहे. इसके अलावा नवरात्रि खत्‍म होने पर कन्‍या पूजन करके उन्‍हें भेंट या रुपये जरूर दें.

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