May 6, 2024

नौ सूत्रीय मांगों को लेकर एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष ने सौंपा ज्ञापन

बिलासपुर. 4 सितंबर सोमवार को NSUI जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह के नेतृत्व में अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के कुलसचिव शैलेंद्र दूबे को छात्रहित में डीपी विप्र महाविद्यालय को ऑटोनॉमस का NOC न देने के लिए ज्ञापन सौंपा।
NSUI जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह ने कहा कि पूरे छत्तीसगढ़ में कोई भी निजी महाविद्यालय ऐसा नहीं है जो ऑटोनॉमस हो या जिसे ऑटोनॉमस का दर्जा दिया गया हो,किसी भी निजी महाविद्यालय को ऑटोनॉमस का दर्जा देने का सीधा अर्थ यही है कि शिक्षा का व्यापारीकरण किया जाए,बिलासपुर शहर में संचालित डी पी विप्र महाविद्यालय के चेयरमैन/संस्थान द्वारा तीन महाविद्यालय संचालित किया जा रहा है,जहाँ अनेक अनियमितता और गड़बडियाँ व्याप्त है जिन्हें मुख्य 9 बिंदुओं में दर्शाते हुए, डी पी विप्र महाविद्यालय को ऑटोनॉमस का NOC न देने के लिए कहा गया है।
रंजीत सिंह ने विभिन्न 9 बिंदुओं के आधार पर NOC ना देने की बात कही जो इस प्रकार हैं (1) प्राइवेट कॉलेज को ऑटोनॉमस का दर्जा देना शिक्षा का व्यापारीकरण करना। (2) डी पी विप्र कॉलेज के विभिन्न प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन। (3) विश्वविद्यालय का नियंत्रण महाविद्यालय से खो देना। (4) छात्रों के प्रवेश के लिए रिश्वत लेना। (5) सभी मानकों का पालन करना सुनिश्चित करें। (6) डी पी विप्र कॉलेज में प्रशासन का हस्तक्षेप होना। (7) प्राध्यापकों और कर्मचारियों को आर्थिक एवं मानसिक प्रताड़ित कर शोषण करना। (8) शासन द्वारा डी पी विप्र कॉलेज पर FIR दर्ज कराने का आदेश। (9) ऑटोनॉमस दर्जा लेकर पेपर लिक एवं पास-फेल का खेल शुरू होना। जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह ने डीपी विप्र कॉलेज को ऑटोनॉमस् करने के विरोध में कहा कि यदि विश्वविद्यालय डिपी विप्र महाविद्यालय को एन ओ सी प्रदान करती है तो महाविद्यालय में मनमाने ढंग से अपने निजी स्वार्थ एवं आर्थिक लाभ हेतु भ्रष्टाचार कर महाविद्यालय का संचालन किया जायेगा, डीपी महाविद्यालय के ऑटोनॉमस् होने के पश्चात महाविद्यालय में केवल शिक्षा का व्यापार किया जायेगा। अतः छात्रहित को ध्यान में रखकर ज्ञापन में दर्शाये गए बिंदुओं को ध्यान में रखकर डीपी विप्र महाविद्यालय को ऑटोनॉमस् का दर्जा देने के लिए एन ओ सी ना देने की बात कही, इसके बावजूद भी यदि एन ओ सी दिया जाता है तो हम यह मानने के लिए मजबूर हो जायेंगे कि विश्वविद्यालय शिक्षा के व्यापारीकरण की ओर अग्रसर है, जिसका NSUI पुरजोर विरोध करते हुए विश्वविद्यालय के विरुद्ध चरणबद्ध तरीके से आंदोलन का रास्ता अपनायेगी।
उक्त कार्यक्रम मे जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह के साथ प्रदेश सचिव लोकेश नायक, जिला उपाध्यक्ष सुमित शुक्ला, विपिन साहू,जिला महासचिव दुष्यंत कौशिक, जिला महासचिव प्रवीण साहू, जिला महासचिव शुभम जायसवाल, जिला सचिव उमेश चंद्रवंशी, अंश बाजपेयी, योगेश साहू, उमेश साहू, वैभव शर्मा, पंकज निर्मलकर, मुकेश साहू आदि NSUI के साथी मौजूद रहे।

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