बिलासपुर सरकंडा थाने में पदस्थ आदिवासी आरक्षक के आत्महत्या मामले में जल्द कड़ी कार्रवाई करें प्रशासन : सुभाष परते
बिलासपुर. सरकंडा थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक लखन मेश्राम द्वारा 02/05/24 के दरमियानी रात को थाने के प्रभारी द्वारा मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर अपनी जान देने के मामले पर सर्व आदिवासी समाज छत्तीसगढ़ संगठन से पीड़ित परिवार ने मदद की गोहार लगाया है इस पर संज्ञान लेते हुए सर्व आदिवासी समाज युवा प्रभाग के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष परते ने कहा कि प्रदेश में आदिवासियों के साथ जिस तरह से बार-बार प्रताड़ना का प्रकरण आ रहा है वह बहुत गंभीर विषय है। पहले सामान्य जन पीड़ित थे अब आदिवासी दलित अधिकारी कर्मचारी प्रताड़ना का शिकार हो रहे हैं जिससे शासन प्रशासन के आदिवासी कल्याण नीति सिर्फ भाषणों कागजों तक सीमित नजर आता है । जिस तरीके से अफसर शाही हावी है । छोटे-छोटे कर्मचारी मानसिक, शारीरिक प्रताड़ना का शिकार हो रहे हैं । उक्त घटना ही इसका उदाहरण है। और संबंधित अधिकारी को उच्च अधिकारियों द्वारा बचाए जाने व संरक्षण देने से समाज में आक्रोश का माहौल है। किसी अधिकारी द्वारा इतना प्रताड़ित करना जिससे कोई अपने जान देने पर आतुर हो जाए या गंभीर मुद्दा है इस प्रकरण में त्वरित संबंधित अधिकारियों को निलंबित कर एफ आई आर दर्ज करें।
संगठन जल्द मुख्यमंत्री, गृह मंत्री उच्च अधिकारियों से भेंट कर ज्ञापन सौंपेंगे प्रदेश अध्यक्ष ने कहा मुख्यमंत्री जी व गृह मंत्री जी जिस तरह से आदिवासी हितैषी होने का दम भरते हैं ऐसे प्रकरण में तुरंत कार्रवाई न होना दुर्भाग्य जनक है सर्व आदिवासी समाज माननीय गृह मंत्री से मांग करता है की तुरंत संबंधित अधिकारी पर कार्यवाही करते हुए पीड़ित परिवार को न्याय दिलाये अगर 15 दिवस के अंदर उक्त विषय पर कोई कार्रवाई नहीं होता है तो सर्व आदिवासी समाज उग्र आंदोलन एवं बिलासपुर एसपी ऑफिस घेराव पर मजबूर होगा।