सिम्स के दंत रोग विभाग में ब्लैक फंगस मरीज का हुआ सफल ऑपरेशन
बिलासपुर. कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बाद फैली ब्लैक फंगस की समस्या का सही इलाज मिलने से काफी हद तक इसे रोका गया है। इसी कड़ी में बिलासपुर सिम्स के चिकित्सकों ने भी कई सफल ऑपरेशन कर ब्लैक फंगस के मरीजों को ठीक करने में सफलता पाई है। इसी क्रम में सिम्स के दंद रोग विभाग ने ब्लैक फंगस के मरीज का सफल ऑपरेशन कर एक और सफलता पाई है। सिम्स की पीआरओ डॉ. आरती पाण्डेय के बताया “ मध्य प्रदेश के अनूपपुर निवासी 51 वर्षीय केशव प्रसाद (बदला हुआ नाम) दांतों की बीमारी को लेकर सिम्स चिकित्सालय चेकअप के लिए पहुंचा था। उसके ऊपरी जबड़ा तथा दांतों में काफी दर्द था और सभी दांत हिल रहे थे। उसने बताया कि उसके मसूढ़ों से मवाद भी आती है। सिम्स के दंतरोग चिकित्सकों ने उसका नेजल बाईओप्सी से डायग्नोसिस किया। जांच करने पर डॉक्टरों ने बताया कि केशव के मसूढ़ों में“म्यूकोरमाइकोसिस” यानिक ब्लैक फंगस की समस्या है। उसके बाद डॉक्टरों ने उसका सीटी स्कैन और एमआरआई किया। इसकी रिपोर्ट में पता चला कि मरीज के ऊपरी जबड़ा एवं सारे दांत ख़राब हो चुके हैं। साथ ही दोनों तरफ के साइनस में भी काला फंगस हो गया है।“
सिम्स के दंत रोग विभाग के एक्सपर्ट्स की टीम ने मरीज के मसूढ़ों का ऑपरेशन करने का फैसला किया। इसके बाद मरीज के ऑपरेशन की प्रक्रिया की गई। सिम्स के दन्त रोग विभाग एवं नाक कान एवं गला रोग विभाग के डॉक्टरों की टीम ने मिलकर 26 जून को उसका सफल ऑपरेशन किया। इस ऑपरेशन में नाक, कान एवं गला रोग विभाग के द्वारा FESS (फंक्शनल इंडोस्कोपिक साइनस सर्जरी) की गई। जिसमे चहरे की सभी साइनस की सफाई की गई। दंत रोग विभाग द्वारा ऊपर के जबड़े के सारे दांतो के साथ ऊपर का जबड़ा और तालुका पूरा हिस्सा जो ब्लैक फंगस से ग्रसित था, उसे निकाल दिया गया। इस ऑपरेशन में तीन घंटे का समय लगा। इस जटिल ऑपरेशन में दंत रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.संदीप प्रकाश के साथ डॉ. प्रकाश ख्ररे, डॉ. केतकी कीनीकर, डॉ. हेमलता राजमणि, डॉ. सोनल पटेल एवं नाक कान एवं गला रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. आरती पाण्डे, डॉ. विद्या भूषण, डॉ. श्वेता मित्तल तथा निश्चेतना विभाग के डॉ. भावना रायजादा एवं समस्त ओटी स्टाफ ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
काला फंगस के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए सिम्स के दन्त रोग विभागाध्यक्ष डॉ. संदीप प्रकाश ने बताया “सिम्स के दन्त रोग विभाग एवं अन्य विभागों की डाक्टरों की टीम ने काला फंगस का सफल ऑपरेशन करके एक बार फिर अपनी बेहतर चिकित्सा का प्रदर्शन किया है। दन्त रोग विभाग के डॉक्टरों द्वारा ब्लैक फंगस का यह तीसरा सफल ऑपरेशन है। ये फंगल इन्फेक्शन आमतौर पर साइनस, ऊपरी जबड़ा, मस्तिष्क या फेफड़ों को ग्रसित करता है। अतः कोरोना बीमारी होने के पश्चात अगर चेहरे में सूजन, आंखों में लालिमा या सूजन, सिरदर्द, दांतों में दर्द या दांत हिलने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क कर जांच कराएं।अगर काला फंगस के शुरूआती लक्षण में ही इलाज कर दिया जाये तो मरीज को इस जानलेवा बीमारी से बचाया जा सकता है। अंततः हमे इस नई बीमारी ब्लैक फंगस से भयभीत न होते हुए सतर्क होकर सही समय पर जांच और इलाज कराकर इस जंग को भी जीतना है।